केरल के वायनाड के एक पहाड़ी गाँव से माओवादियों द्वारा लगाया गया विस्फोटक उपकरण जब्त हुआ है। वहाँ अक्सर माओवादियों की आवाजाही की सूचना मिलती रही है। पुलिस ने मंगलवार (25 जून, 2024) को ये जानकारी दी है। इस विस्फोटक उपकरण को मक्किमला नाम एक गाँव में पाया गया, जो थालाप्पुझा थाना क्षेत्र अंतर्गत पड़ता है। केरल पुलिस की इलीट फ़ोर्स ‘थंडरबोल्ट’ के कॉम्बिंग ऑपरेशन के दौरान इसे पाया गया, जिसके बाद आशंका है कि माओवादी वहाँ सक्रिय हैं।
स्थानीय मीडिया की खबरों में इसे लैंडमाइन भी बताया गया है, लेकिन पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है। हालाँकि, इस विस्फोटक उपकरण को न्यूट्रलाइज कर दिया गया है। पश्चिमी घाट के कबानीदलम में अक्सर माओवादियों की आवाजाही रिपोर्ट की जाती रही है। कम्बामाला जंगल के क्षेत्रों में पिछले महीने केरल पुलिस और माओवादियों के बीच मुठभेड़ भी हुई थी। अक्टूबर 2023 में इसी मक्किमला में एक रिजॉर्ट में बड़ी संख्या में नक्सलियों ने शरण ली थी।
इन माओवादियों ने न सिर्फ रिजॉर्ट के मैनेजर के मोबाइल फोन को छीन लिया था, बल्कि उसी फोन का इस्तेमाल कर के मीडिया को एस्टेट के कामगारों की तथाकथित समस्याओं का विवरण भी भेजा था। इसी साल अप्रैल में चाय के बागान में काम कर रहे मजदूरों से बात करते हुए हथियारबंद माओवादियों की तस्वीरें भी सामने आई थीं। इनका नेता CP मोइद्दीन था। इन्होंने इन कामगारों से लोकसभा चुनाव 2024 का बहिष्कार करने के लिए भी कहा था।
Congress looks to be working on Strategy 150. They know they can come to power even with 150 seats.
— Pradeep Bhandari(प्रदीप भंडारी)🇮🇳 (@pradip103) June 18, 2024
By Rahul keeping Rae Bareily and sending Priyanka to Parliament from Wayanad. They are attempting the following:
1) Keeping Muzlim vote intact. This will impact parties like AAP… pic.twitter.com/dTupOki8pq
बता दें कि 2019 में राहुल गाँधी ने केरल के वायनाड से भी चुनाव लड़ा था, उत्तर प्रदेश के अमेठी से वो हार गए थे। मुस्लिम बहुल वायनाड में IUML के साथ गठबंधन के कारण उनकी इज्जत बची। इस बार उन्होंने रायबरेली और वायनाड दोनों सीटों से जीत दर्ज की, फिर वायनाड खाली कर दिया। अब वहाँ से प्रियंका गाँधी लड़ेंगी। इस तरह कॉन्ग्रेस उत्तर और दक्षिण भारत में एक-एक गाँधी को रख कर अगले 5 साल के लिए राजनीतिक जमीन तैयार कर रही है।