हरियाणा के करनाल जिले में किसान प्रदर्शनकारियों के कारण स्थिति अशांत हो गई है। प्रशासन के मना करने के बावजूद सैकड़ों किसानों ने बैरिकेड्स तोड़ते हुए, उन पर छलांग लगाते हुए मिनी सचिवालय की ओर कूच किया। अब स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।
समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा साझा की गई वीडियो में देख सकते हैं कि कैसे हड़कंप मचाकर प्रदर्शनकारी आगे बढ़ रहे हैं और तेज-तेज चिल्ला रहे हैं। वीडियो में ‘जो बोले सो निहाल’ और ‘बीजेपी सरकार हाय-हाय’ के नारे लग रहे हैं।
#WATCH | Protesting farmers hop over barricades amid police deployment on their way to Mini Secretariat in Karnal, Haryana pic.twitter.com/Go8kk1UVmx
— ANI (@ANI) September 7, 2021
एक अन्य वीडियो में बीकेयू नेता राकेश टिकैत सैकड़ों प्रदर्शनकारियों के साथ आगे बढ़ रहे हैं। बताया जा रहा है कि दो किलोमीटर तक किसानों की भीड़ बैरिकेड्स को तोड़ती हुई निकली। अनाज मंडी में ‘महापंचायत’ के बाद, प्रदर्शनकारियों ने करनाल में मिनी सचिवालय की ओर मार्च किया।
#WATCH | Following Kisan Mahapanchayat at Anaj Mandi, protesting farmers now head to Mini Secretariat in Karnal, Haryana. pic.twitter.com/6CQaKSQ7hZ
— ANI (@ANI) September 7, 2021
हालातों के मद्देनजर व कानून व्यवस्था को बिगड़ने से रोकने के लिए कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद और पानीपत में इंटरनेट सेवाएँ बंद कर दी गई हैं। क्षेत्र में मैसेज सेवाएँ भी बंद कर दी गई हैं। करनाल के एसपी गंगा राम पुनिया ने कहा,
“किसान महापंचायत के मद्देनजर जिला प्रशासन और पुलिस ने सुरक्षा के जरूरी इंतजाम किए हैं। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कुल 40 कंपनियों को तैनात किया गया है। सार्वजनिक गतिविधियाँ बिना किसी रुकावट के चल रही हैं।”
#WATCH | BKU leader Rakesh Tikait and protesting farmers face police deployment while heading to Mini Secretariat in Karnal, Haryana pic.twitter.com/05cPLwR2s2
— ANI (@ANI) September 7, 2021
बता दें कि 28 अगस्त को जिले में हुए एक प्रदर्शन के दौरान लाठीचार्ज मामले में अधिकारियों के विरुद्ध कड़े एक्शन की माँग को लेकर ये मार्च था। राकेश टिकैत ने इस बीच कहा, “हमने प्रशासन से उस आईएएस अधिकारी को निलंबित करने की माँग की थी, जिसने कथित तौर पर आंदोलनकारियों के सिर फोड़ने का आदेश पुलिस को दिया था।”
इसी संबंध में किसान संगठनों के नेताओं ने जिला प्रशासन के अधिकारियों से बातचीत की थी, लेकिन उसका कोई नतीजा नहीं निकला। इसके बाद किसानों ने मुख्यालय का घेराव करने का फैसला करते हुए कूच कर दिया। इस दौरान मिनी सचिवालय के पास प्रदेश सरकार के आदेश पर बड़ी संख्या में रैपिड एक्शन फोर्स के जवान तैनात रहे। मालूम हो कि मुजफ्फरनगर में महापंचायत के बाद यह दूसरा बड़ा आयोजन है, जिसमें राकेश टिकैत, योगेंद्र यादव, बलबीर सिंह राजेवाल, दर्शन पाल और जोगिंदर सिंह उग्रहन जैसे किसान नेता पहुँचे हुए हैं।