उत्तर प्रदेश के गाजीपुर बॉर्डर पर मंगलवार (जून 29, 2021) को ‘किसानों’ और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच हुई भिड़ंत के बाद पुलिस ने अब तक भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के 200 अज्ञात कार्यकर्ताओं पर एफआईआर दर्ज करवाई है। इन सबके खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 148, 223, 352, 427 और 506 के तहत केस दर्ज किया गया है। मामले में कौशांबी पुलिस थाने में बीजेपी के जनरल सेक्रटरी अमित वाल्मिकी ने शिकायत दर्ज करवाई है, जिनके स्वागत के दौरान ही यह हंगामा हुआ।
दरअसल, बुधवार (जून 30, 2021) को भाजपा कार्यकर्ता अपने नेता अमित बाल्मीकि का स्वागत करने के लिए गाजीपुर बॉर्डर पर पहुँचे थे। इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं की वहाँ कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे ‘किसानों’ के साथ झड़प हो गई। इसके बाद दोनों ओर से डंडे चलने लगे। किसान अधिक थे, इसलिए वह भारी पड़े और भाजपा कार्यकर्ताओं को भागना पड़ा।
अब इस मामले में बीजेपी नेता अमित बाल्मीकि की शिकायत पर 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ कौशाम्बी थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। बताया जा रहा है कि झड़प के दौरान पुलिस ने वीडियो भी बनाया था, जिसके आधार पर आरोपितों की शिनाख्त की जा रही है।
बीजेपी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि बड़ी संख्या में मौजूद ‘किसानों’ ने पहले गाड़ियों के शीशे तोड़ दिए और फिर कार्यकर्ताओं पर तलवार, भाले, लाठी-डंडों से हमला किया। वहीं ‘किसान’ नेता इसे बीजेपी की साजिश बता रहे हैं। तनाव बढ़ता देख मौके पर तैनात पुलिस ने फटाफट बीजेपी के काफिले को वहाँ से रवाना किया।
बीजेपी कार्यकर्ता महेश नेगी ने कहा था, ”हम लोग गाजीपुर बॉर्डर पर स्वागत कार्यक्रम कर रहे थे, इसी दौरान किसानों ने हम पर अचानक हमला कर दिया। इस हमले में अमित बाल्मीकि को चोट आई है।” महेश ने कहा कि उन्होंने कार्यक्रम की सूचना पुलिस को दी थी और वो वहाँ पर मौजूद भी थी। लेकिन इसके बावजूद किसानों ने उन पर हमला कर दिया।
राकेश टिकैत ने दी धमकी
इस झड़प पर ‘किसान’ नेता राकेश टिकैत ने कहा, “भाजपा के लोग जानबूझकर मंच पर आ गए थे, अगर मंच पर आना है तो बीजेपी छोड़कर आओ, लेकिन यह दिखाना कि हमने गाजीपुर के मंच पर भाजपा का झंडा फहरा कर कब्जा कर लिया, यह गलत है, ऐसे लोगों के बक्कल उधेड़ दिया जाएगा, प्रदेश में फिर कहीं भी नहीं जा सकते हैं, याद रख लेना।”