Sunday, November 17, 2024
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मुस्लिम बहुल गाँव, दलित लड़कियों से छेड़खानी, मना करने पर जातिसूचक गालियाँ… नाबालिग के पिता ने बताया – पैसों के दम पर बच जाते हैं शादाब-शोएब

कुछ दिनों से इन दोनों आरोपितों ने शिकायतकर्ता की नाबालिग बेटी को भी छेड़ना शुरू कर दिया। जब पीड़िता कहीं आती-जाती तो उसके साथ अश्लीलता की जाने लगी।

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में दलित समुदाय की एक लड़की से छेड़खानी का मामला सामने आया है। पीड़िता नाबालिग है जिसके पिता ने शादाब और शोएब के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है। शिकायत में खुद को मुस्लिम बहुल इलाके का निवासी बताते हुए पीड़ित ने आरोपितों द्वारा गाँव की कई अन्य लड़कियों को भी प्रताड़ित किए जाने का दावा किया है। घटना रविवार (28 अप्रैल 2024) की है। पुलिस ने शुक्रवार (10 मई, 2024) को FIR दर्ज कर के जाँच शुरू कर दी है।

यह मामला गाजियाबाद के थाना क्षेत्र मसूरी का है। यहाँ रहने वाले एक दलित व्यक्ति ने शुक्रवार को थाने में तहरीर दी है। तहरीर में पीड़ित ने बताया कि वह मुस्लिम बहुल इलाके का निवासी है। उनके पड़ोस में शादाब और शोएब रहते हैं। आरोप है कि शादाब और शोएब आवारा किस्म के हैं जो गाँव की कई लड़कियों से आए दिन न सिर्फ बदतमीजी और छेड़खानी बल्कि उनका यौन उत्पीड़न भी करते हैं। बकौल शिकायतकर्ता, दोनों आरोपित पैसे के दम पर कानून के शिकंजे से बचते आ रहे हैं।

कुछ दिनों से इन दोनों आरोपितों ने शिकायतकर्ता की नाबालिग बेटी को भी छेड़ना शुरू कर दिया। जब पीड़िता कहीं आती-जाती तो उसके साथ अश्लीलता की जाने लगी। दोनों आरोपितों ने जबरन पीड़िता को अपना नंबर दे दिया और निकाह का दबाव भी बनाने लगे। इन्होंने लड़की की आपत्तिजनक तस्वीरें खींच कर उसे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। पीड़ित के मुताबिक, शादाब और शोएब उनकी बेटी को को गलत नीयत से साजिशन बहला-फुसला रहे थे। दोनों लगातार पीड़िता को फोन भी कर रहे थे।

शिकायत में आगे बताया गया है कि 28 अप्रैल को पीड़िता रास्ते में कहीं जा रही थी। इसी दौरान शादाब और शोएब ने एक बार फिर से पीड़िता से अश्लील हरकतें कीं। इस बार परेशान हो कर लड़की ने अगले दिन 29 अप्रैल को अपने भाई को पूरी बात बता दीं। 30 अप्रैल को लड़की के भाई ने शादाब को कॉल कर के अपनी बहन से छेड़खानी न करने की नसीहत दी। इस नसीहत का आरोपितों पर कोई असर नहीं पड़ा। उलटे दोनों ने पीड़िता के भाई को फोन पर गंदी-गंदी गालियाँ दीं और जातिसूचक शब्द बोले।

शिकायतकर्ता के मुताबिक, शादाब और शोएब ने फोन पर पीड़िता के पूरे परिवार को खत्म करने की भी धमकी दी। शिकायत में यह भी बताया गया है कि दोनों आरोपितों को लेकर पहले भी शिकायत की जा चुकी है। तब पुलिस ने दोनों आरोपितों सहित पीड़िता के फोन जमा करवा कर उन पर शांतिभंग की धाराओं में कार्रवाई की थी। इस कार्रवाई को नाकाफी बताते हुए पीड़िता के पिता ने शादाब और शोएब पर कड़ी कार्रवाई की माँग की है।

पुलिस ने शादाब और शोएब पर IPC की धारा 354, 354 (क), 504 और 506 के अलावा SC/ST एक्ट और पॉक्सो एक्ट के तहत FIR दर्ज कर ली है। केस दर्ज होने के बाद दोनों आरोपित फरार बताए जा रहे हैं जिनकी तलाश जारी है। शनिवार को पुलिस ने पीड़िता के बयान दर्ज किए हैं। जल्द ही पीड़िता को 164 के बयान के लिए कोर्ट में पेश किया जा सकता है। ऑपइंडिया के पास शिकायत कॉपी मौजूद है।

वो चाहते हैं कि हम पलायन कर जाएँ

ऑपइंडिया ने इस मामले में शिकायतकर्ता से बात की। हमें बताया गया कि वो मुस्लिम बहुल गाँव में काफी प्रताड़ना झेल रहे हैं। पीड़िता के पिता ने बताया कि आरोपितों पर पहले से रेप केस दर्ज हैं। अपनी प्रताड़ना की मूल वजह पूछने पर पीड़िता के पिता ने कहा, “वो चाहते हैं कि हम लोग घर छोड़ कर चले जाएँ।” खुद को महादेव शिव का भक्त बताते हुए शिकायतकर्ता ने अपने बेटे की सुरक्षा को ले कर चिंता जताई है। हमें यह भी बताया गया कि केस दर्ज होने के बाद से मुस्लिम पक्ष के तमाम लोग उन पर समझौते का दबाव बना रहे हैं।

भैंस चोर है शोएब

हालाँकि, पीड़ित का कहना है कि वो कतई केस वापस नहीं लेंगे। जब हमें पूछा कि शादाब और शोएब को क्या गाँव में मुस्लिम पक्ष के बड़े-बुजुर्ग समझाते नहीं तो हमें जवाब मिला, “अगर वो समझाते तो ये सब क्यों देखना पड़ता।” दलित उत्पीड़न की इस FIR में नामजद दूसरा आरोपित शोएब इलाके का नामी पशु तस्कर बताया जा रहा है। उस पर भैंस चुराने की पहले से FIR दर्ज होने का दावा किया गया। शिकायतकर्ता ने पुलिस को अपने मामले में सक्रिय बताया और कहा कि उनको पूरी सुरक्षा मिलने का भरोसा दिया गया है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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