Sunday, November 3, 2024
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शिवभक्त उजमा शुद्धिकरण के बाद बनी उर्मिला, भागीरथ से की शादी: परिजनों से बताया जान का खतरा

उजमा ने बताया कि उसे हिंदू धर्म में बहुत विश्वास है। उसने कहा कि वह भगवान भोलेनाथ की भक्त है। शादी के बाद अब उसने अपने घरवालों से जान का खतरा भी बताया है। उजमा ने पुलिस से अपने अपने पति भागीरथ के लिए पुलिस सुरक्षा की माँग की है।

उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में उजमा नाम की मुस्लिम महिला ने घर वापसी करते हुए हिन्दू धर्म स्वीकार कर लिया है। उजमा का नया नाम उर्मिला रखा गया है। उर्मिला ने अगत्स्य मुनि आश्रम में वैदिक विधि-विधान से भागीरथ नाम के युवक से विवाह किया। उजमा और भागीरथ मूल रूप से पीलीभीत जिले के निवासी हैं। यह विवाह रविवार (1 अक्टूबर 2023) को सम्पन्न हुआ।

भागीरथ मूल रूप से पीलीभीत के नेओरीया थाना क्षेत्र के हुल्करी ढकिया के निवासी हैं। उजमा इसी जिले के हुसैनपुर क्षेत्र की। इस शादी को संपन्न करवाने वाले पंडित केके शंखधर ने ऑपइंडिया से बात की। उन्होंने बताया कि उजमा का ननिहाल भागीरथ के गाँव में है। 2 साल पहले उजमा अपनी नानी के घर गई थीं।

उजमा कुछ सामान लेने के लिए गाँव की ही एक परचून दुकान पर गई थीं, जहाँ उनकी मुलाकात भागीरथ से हुई। दोनों पहली ही मुलाकात में एक-दूसरे के प्रति आकर्षित हो गए। वे दोनों फोन पर बातें करने लगे। कुछ दिनों बाद दोनों में प्यार की गहराई में उतर गए और शादी की तैयारी करने लगे।

पंडित शंखधर ने हमें आगे बताया कि जब उजमा ने अपने अब्बा इकबाल से भागीरथ के साथ रिश्ते के बारे में बताया वो वो आग-बबूला हो गए। उजमा को जान से मारने की धमकी दी गई। साथ ही उस पर तरह-तरह के प्रतिबंध लगा दिए गए। उजमा के घर वाले उसका निकाह कहीं और करने की तैयारी करने लगे।

हालाँकि, उजमा किसी भी हाल में भागीरथ से ही शादी करना चाहती थी। इसी मकसद से लगभग 5 माह पहले वो भागीरथ के साथ घर छोड़ कर कहीं चली गई और दोनों छिपकर रहने लगे। इस बीच उजमा और भगीरथ रजिस्टर्ड शादी के लिए कई वकीलों से सम्पर्क करते रहे।

इन्हीं में से बरेली के एक वकील ने उन्हें अगत्स्य मुनि आश्रम जाने की सलाह दी। इसके बाद दोनों सभी कागजातों के साथ बरेली अगत्स्य मुनि आश्रम आए। यहाँ पंडित केके शंखधर ने दोनों के कागजातों की जाँच करवाई। पेपर सही पाए जाने और उजमा के बालिग होने की पुष्टि के आगे की प्रक्रिया पूरी की गई।

रविवार (1 अक्टूबर 2023) को विवाह से पहले उजमा का गोमूत्र और गंगाजल से शुद्धिकरण हुआ और उसे हिंदू धर्म में घरवापसी करवाई गई। इसके बाद नाम बदलकर उजमा से उर्मिला किया गया। फिर दोनों का विधि-विधान से वैदिक मंत्रोच्चार के बीच अगत्स्य मुनि आश्रम में विवाह सम्पन्न हुआ।

भगीरथ पेशे से ड्राइवर हैं। वो और उनकी बीवी उजमा शादी से काफी खुश हैं। विवाह के बाद भगीरथ उजमा से उर्मिला बनी अपनी पत्नी को अपने साथ घर ले गए। लोगों ने दोनों को सुखी दाम्पत्य जीवन की शुभकामना दी हैं।

उजमा ने बताया कि उसे हिंदू धर्म में बहुत विश्वास है। उसने कहा कि वह भगवान भोलेनाथ की भक्त है। शादी के बाद अब उसने अपने घरवालों से जान का खतरा भी बताया है। उजमा ने पुलिस से अपने अपने पति भागीरथ के लिए पुलिस सुरक्षा की माँग की है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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