कर्नाटक के उडुपी में स्थित एक प्राइवेट कॉलेज के महिला टॉयलेट में मोबाइल कैमरा मिलने का मामला सामने आया। आरोप है कि कॉलेज में पढ़ने विशेष समुदाय की 3 लड़कियों ने यह मोबाइल कैमरा रखा था। इस कैमरे में अन्य समुदाय की लड़कियों के प्राइवेट वीडियो रिकॉर्ड करने के बाद ये लड़कियाँ अपने समुदाय के लड़कों के साथ वीडियो शेयर कर देतीं थीं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मामला उडुपी के अंबलपाडी बाईपास में स्थित नेत्र ज्योति कॉलेज का है। यहाँ एक समुदाय की छात्राओं पर आरोप है कि दूसरे समुदाय की छात्राओं के प्राइवेट वीडियो रिकॉर्ड करने के लिए टॉयलेट में कैमरा छिपाया था। इसके बाद आरोपित छात्राएँ व्हाट्सएप्प के जरिए ये वीडियो अपने ही समुदाय के लड़कों को भेज देती थीं। कहा जा रहा है कि विशेष समुदाय के लड़कों ने कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था। इसके बाद मामले का खुलासा हुआ।
यही नहीं, जानकारी सामने आने के बाद वीडियो रिकॉर्ड करने वाली लड़कियों और अन्य छात्राओं के बीच कॉलेज में जमकर बहस हुई। इसके बाद कॉलेज मैनेजमेंट ने मामला शांत कराते हुए तीनों आरोपित छात्राओं को कॉलेज से सस्पेंड कर दिया है। इस मामले की सूचना हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं को मिली तो उन्होंने कॉलेज पहुँचकर आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की माँग की।
वहीं दूसरी ओर कॉलेज के छात्रों ने भी आरोपित छात्राओं के खिलाफ कार्रवाई की माँग की है। इसके अलावा सर्व कॉलेज छात्र शक्ति संगठन ने एसपी अक्षय हाके से मिलकर इस मामले में कार्रवाई की माँग की है। बताया जा रहा है कि कॉलेज प्रशासन ने कार्रवाई के नाम पर छात्राओं को सस्पेंड तो कर दिया है। लेकिन अब तक मुकदमा दर्ज नहीं कराया गया।
बता दें कि ऐसा ही मामला सितंबर 2022 में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी से सामने आया था। तब एक लड़की पर कॉलेज की अन्य छात्राओं के प्राइवेट वीडियो बनाने और उसे अपने बॉयफ्रेंड को भेजने का आरोप लगा था। पुलिस पूछताछ में सामने आया था कि लड़की को अन्य आरोपितों द्वारा वीडियो बनाने के लिए ब्लैकमेल किया जा रहा था। इसलिए वह लड़कियों के वीडियो बना आरोपित लड़कों को भेज रही थी। बाद में पुलिस ने सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया था।