गोवा सरकार के एक कैबिनेट मंत्री को सेक्स स्कैंडल में फँसाए जाने की बड़ी साजिश का खुलासा हुआ है। यह खुलासा खुद पीड़िता ने किया है। महिला ने एक मंत्री को अपनी मदद करने वाला बताया है। इस खुलासे में मुख्य साजिशकर्ता के तौर पर एक कॉन्ग्रेस नेता का नाम सामने आया है। उन्हीं के द्वारा मंत्री का वीडियो बनाने के नाम पर ₹10 लाख की डील का भी की गई थी। इस पूरे मामले में कॉन्ग्रेस नेता द्वारा महिला की मजबूरी का फायदा उठाने की बात सामने आ रही है।
गौरतबल है कि 30 नवम्बर को गोवा कांग्रेस प्रमुख गिरीश चोडनकर प्रेस कॉन्फ्रेंस में गोवा के एक मंत्री पर एक महिला का यौन शोषण का आरोप लगाया था। उन्होंने अपने पास वीडियो भी होने का दावा किया था। उन्होंने मुख्यमंत्री से 15 दिन में मंत्री को हटाने का भी अल्टीमेटम दिया था। कॉन्ग्रेस नेता के इस बयान पर गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने उनके मंत्री पर आरोप साबित होने पर मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की घोषणा की थी। उन्होंने सबूत पेश करने को कहते हुए हर हाल में कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस मामले में अब महिला स्वयं सामने आई है। वह बिहार के बेतिया की रहने वाली बताई जा रही है। उसने मंत्री पर अपने साथ किए गए यौन शोषण के आरोपों को नकार दिया है। उसने बताया कि गोवा कॉन्ग्रेस के एक नेता ने उसके साथ वीडियो बनाने की ₹10 लाख की डील में ₹2 लाख एडवांस भी दिए थे। अब महिला ने अपना वीडियो बनाने वाले 4 आरोपितों के खिलाफ बिहार के मुफस्सिल थाने में FIR दर्ज करवाई है।
महिला ने बताया कि वह 2007 से गोवा में अपने पति के साथ रहती थी। उनके पति की मई 2018 में एक दुर्घटना के दौरान मृत्यु हो गई। पति की मौत का मुआवजा पाने में मंत्री ने उनकी बहुत मदद की। इसी दौरान महिला की मजबूरी का फायदा उठा कर कॉन्ग्रेस नेता संकल्प आमोणकर के साथ यशवंत घोणशेकर, सानू उर्फ प्रज्योत,दामोदर दिवकर तथा दो अज्ञात लोगों ने उसके ऑडियो और वीडियो बनाए। इसके बाद उन्हें कम्प्यूटर से एडिट कर के वायरल कर दिए। महिला जून 2018 में वापस अपने घर बिहार के बेतिया आ गई थी। यहाँ उसको जानकारी हुई कि उनका नाम किसी सेक्स स्कैंडल में आ रहा।
आख़िरकार महिला ने अपना ऑडियो वीडियो एडिट कर के वायरल करने वाले आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज करवाया। आरोपितों के खिलाफ रंगदारी, छेड़छाड़, षडयंत्र रचने व IT एक्ट की धाराओं में केस दर्ज हुआ है। मुफस्सिल थाना प्रभारी उग्रनाथ झा के मुताबिक, ‘इस मामले में जीरो FIR दर्ज कर के केस को दक्षिणी गोवा के मारगाओ थाने में भेज दिया गया है। भले ही महिला उनके थाना क्षेत्र में रहती है पर घटना गोवा की है। इसलिए अब आगे की जाँच गोवा पुलिस को करनी है।