गुजरात में दुबई से सोने की तस्करी के लिए अजोबोग़रीब तकनीक अपनाने का मामला सामने आया है। सूरत पुलिस ने एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह का खुलासा किया है। पुलिस ने एक शादीशुदा जोड़े समेत 4 तस्करों को गिरफ्तार किया है। साथ ही 927 ग्राम सोना भी जब्त किया गया है, बाजार में जिसकी कीमत 64.89 लाख रुपए आँकी गई है। असल में ये तस्कर सोने के ऊपर एक केमिकल का छिड़काव करते थे, फिर फिर इसे बैग के भीतर साट देते थे।
हवाई अड्डे पर सिक्योरिटी चेक के दौरान भी पता नहीं चल पाता था कि बैग में सोना है। एक जोड़ा इसी तरह तस्करी कर के सोना ला रहा था और उसे जहाँगीरपुरा सायन हजीरा रोड पर स्थित एक होटल में इस सोने की डिलीवरी देनी थी। पुलिस ने सूचनाओं के आधार पर रात के समय नईम मोहम्मद नामक शख्स के घर पर छापेमारी की। हनीफ सालेह और उसकी बीवी उमेमा नईम को भी गिरफ्तार किया गया है। वहीं अब्दुल समेत फारूक बेमत और फिरोज इब्राहिम नूर फरार होने में कामयाब रहे।
पुलिस ने जब इनके पास मौजूद 4 ट्रॉली बैग को चेक किया तो उनमें से उन्हें 927 ग्राम सोना मिला। साथ ही उसमें 76.14 लाख रुपए की अन्य वस्तुएँ भी मिलीं। केमिकल स्प्रे कर के इन्हें बैग में छिपाया गया था। तस्करी के लिए ये सबसे पहले सोने को पाउडर के रूप में परिवर्तित करते थे, उसके बाद उसमें केमिकल मिलाते थे, फिर छोटे-छोटे पाउच में भर कर फिर उस पाउच को अपने अंडरवियर ये मोज़े में डाल लेते थे। 2023 में भी 4 लोगों को 4.30 करोड़ रुपए के तस्करी के सोने के साथ पकड़ा गया था।
Surat gold smuggling case; Maulvi used African mobile numbers for Whatsapp calls to carriers https://t.co/siqu6bmld4 pic.twitter.com/BfG4uzjvbf
— DeshGujarat (@DeshGujarat) July 11, 2024
उस समय ये तस्कर सोने के पेस्ट का इस्तेमाल कर रहे थे, हालाँकि, उन्होंने फिर नया तरीका निकाल लिया। सोना का पेस्ट बनाने के बाद वो उसमें केमिकल का मिश्रण करते हैं, फिर केमिकल वाले उस सोने के पेस्ट को लिक्विड फोम की शक्ल में लाया जाता है। इसके बाद फिर ट्रॉली बैग में इसे रखा जाता था। मेटल डिवाइस डिटेक्टर से भी इसे नहीं पकड़ा जा सकता है। सोने की इस तरह की तस्करी से भारत सरकार को भी नुकसान होता है, क्योंकि कस्टम विभाग को एक्साइज ड्यूटी टैक्स नहीं मिलता है।