कर्नाटक के मंड्या में कॉन्ग्रेस सरकार की पुलिस द्वारा हनुमान जी के ध्वज को हटाने वाला मामला अभी थमा भी नहीं था कि राजधानी बेंगलुरु में हरा झंडा लगाने का मामला सामने आ गया है। 108 फ़ीट आंजनेय ध्वज को हटाने के बाद भड़की भाजपा ने हरा झंडा हटाने की माँग की है। भाजपा का कहना है कि ये हरा झंडा बेंगलुरु के शिवाजीनगर में फहराया गया है। भाजपा नेता व विजयपुरा से विधायक बसनगौड़ा R पाटिल यत्नाल ने सोशल मीडिया पकटफॉर्म ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर इस मुद्दे को उठाया है।
उन्होंने अपने ट्वीट में बेंगलुरु के पुलिस कमिश्नर और DCP (ईस्ट) को टैग करते हुए पूछा कि क्या किसी सार्वजनिक क्षेत्र में दुश्मन मुल्क के रंग से मिलता-जुलता झंडा फहराना हमारी ध्वज संहिता के खिलाफ नहीं है? उन्होंने माँग की कि उस झंडे को तुरंत हटाया जाए और वहाँ राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया जाए। उन्होंने कहा कि शिवाजीनगर भारत में है, पाकिस्तान में नहीं। इन तस्वीरों के वायरल होने के बाद पुलिस और बृहद बेंगलुरु महानगरपालिका (BBMP) हरकरत में आ गई।
प्रशासन ने कहा है कि BBMP कमचारियों की मदद से उक्त झंडे को वहाँ से हटा दिया गया है। स्थानीय मस्जिद के कर्मचारियों और मुस्लिम नेताओं को भी इस संबंध में सूचित कर दिया गया है। हालाँकि, कुछ मुस्लिमों ने इस कार्रवाई पर आपत्ति जताई और कहा कि पिछले 30 वर्षों से ये झंडा वहाँ पर वैसे ही फहर रहा था। लेकिन, पुलिस-प्रशासन का कहना है कि कार्रवाई नियमानुसार ही की गई है। भाजपा-JDS गठबंधन राज्य में हिन्दू हित के मुद्दों को लेकर आक्रामक है।
ಮಾನ್ಯ @CPBlr @DCPEASTBCP ಅವರೇ, ಈ ರೀತಿ ಶತ್ರು ದೇಶದ ಬಣ್ಣವನ್ನು ಹೋಲುವ ಹಸಿರು ಧ್ವಜವನ್ನು ಸಾರ್ವಜನಿಕ ಪ್ರದೇಶದಲ್ಲಿ ಹಾರಿಸುವುದು ನಮ್ಮ flag code ಗೆ ವಿರುದ್ದವಾದದ್ದಲ್ಲವೇ ? ಈ ಕೂಡಲೇ, ಇದನ್ನು ತೆಗೆದು ಇಲ್ಲಿ ರಾಷ್ಟ್ರಧ್ವಜವನ್ನು ಹಾರಿಸಿ. ಶಿವಾಜಿನಗರ ಇರುವುದು ಭಾರತದಲ್ಲಿ, ಪಾಕಿಸ್ತಾನದಲ್ಲಲ್ಲ https://t.co/Ln6mx86Erd
— Basanagouda R Patil (Yatnal) (@BasanagoudaBJP) January 30, 2024
उधर मंड्या के करगोदु में अब भी प्रदर्शन जारी है। JDS नेताओं ने भी अब अपने पारंपरिक हरे रंग की शॉल की जगह भगवा गमछा पहनना शुरू कर दिया है। भाजपा-JDS ने कहा है कि मंड्या में हर घर के ऊपर भगवा झड़ना फहराया जाएगा, अगर कर्नाटक सरकार में हिम्मत है तो वो रामभक्तों को रोक कर दिखा दे। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष HD कुमारस्वामी ने भी सन्देश दिया है कि राज्य में उनके समर्थक भाजपा के साथ मिल कर काम करें। लोकसभा चुनाव भी दोनों दल मिल कर लड़ेंगे।