गुजरात में कोरोना वायरस संक्रमण के अब तक 58 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें 1 विदेशी है। 4 की मौत हो चुकी है। संक्रमण के बढ़ते मामलों पर काबू पाने के लिए राज्य की मशीनरी काफी तेजी से काम कर रही है। इसी कड़ी में केवल 6 दिनों में ही 2200 बेड के अस्पताल तैयार किए गए हैं।
मुख्यमंत्री विजय रुपानी ने 21 मार्च को राज्य के चार महानगरों 2,200 बिस्तर के कोविड-19 अस्पताल का निर्माण करने की घोषणा की थी। अथॉरिटीज ने इस पर तत्काल अमल किया और केवल 6 दिनों में यह काम पूरा कर दिया।
6 दिनों में राज्य के 4 शहरों में 2200 बेड का कोविड हॉस्पिटल तैयार किया गया है। अहमदाबाद में 1,200 बेड और 50 ऑपरेशन थियेटर की सुविधा वाला नया सिविल अस्पताल। सूरत में 500 बेड का अस्पताल। वडोदरा में 250 बेड का अस्पताल और राजकोट में 250 बेड की सुविधा है।
इन अस्पतालों ने काम भी करना शुरू कर दिया है। 2200 बेड वाले इन अस्पतालों में सभी तरह की सुविधाएँ और दवाइयॉं मौजूद हैं। डॉक्टरों ने बाताया कि कोरोना पॉजीटिव मरीज से किसी और को संक्रमण न हो, इसलिए इन हॉस्पिटल में केवल कोरोना से संक्रमित मरीजों को ही भर्ती किया जा रहा है। ये हॉस्पिटल सभी तरह की सुविधाओं और दवाओं के साथ विश्व सवास्थ्य संगठन (WHO) और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन के अनुसार काम कर रहा है।
सूरत में कोविड-19 के लिए स्पेशल अस्पताल में ICU के 40 और जनरल के 140 बेड्स की व्यवस्था है। वहीं वडोदरा में ICU में 50 और जनरल में 200 बेड्स का बंदोबस्त है। राजकोट में ICU के 40 और जनरल के 160 बेड्स की व्यवस्था है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक अब तक कोरोना के 918 केस की पुष्टि हुई है। इन 918 संक्रमितों में विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। इनमें से 79 लोग ठीक होकर घर लौट चुके हैं। जबकि 19 लोगों की मौत हो गई है। वहीं दुनिया भर में अब तक कोरोना वायरस से संक्रमण के 6 लाख से अधिक मामले सामने आ चुके हैं और 28,812 लोगों की इस संक्रमण के कारण मौत हो चुकी है। अकेले इटली में अब तक 9,000 से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 80 हज़ार से अधिक लोग संक्रमित बताए जा रहे हैं।