गुजरात के जूनागढ़ में 16 जून 2023 को इस्लामी भीड़ ने पुलिस पर हमला किया था। आरोप है कि हिंसक भीड़ शहर की एक दरगाह से अवैध अतिक्रमण हटाने का नोटिस देख कर भड़की थी। हमले के दौरान पुलिस के साथ आम नागरिकों को ले जा रही एक बस पर पत्थरबाजी की गई। इस हमले में 4 पुलिसकर्मियों के अलावा 1 हिन्दू नागरिक भी घायल हुआ था। पुलिस ने इस मामले में 31 हमलावरों के खिलाफ FIR दर्ज की है। शिकायत एक महिला पुलिसकर्मी ने दी है।
दिव्य भास्कर के मुताबिक मामला संभाग थाना क्षेत्र का है। यहाँ मुस्लिमों की भीड़ मजेवाड़ी दरगाह पर अवैध अतिक्रमण हटाने का नोटिस देख कर विरोध के नाम पर जमा हुई थी। भीड़ में 500 से 600 लोग थे। महिलाएँ भी शामिल थीं। इस हंगामे की जानकारी होते ही रात के लगभग 8:30 बजे पुलिस को दरगाह पर पहुँचने के निर्देश मिले। मौके पर पहुँचकर पुलिस ने हंगामा कर रहे लोगों से अपनी बात कानूनी ढंग से रखने के लिए कहा। आरोप है कि पुलिस की इस माँग पर भीड़ और भड़क गई।
इस घटना की शिकायत में बताया गया है कि हमले के दौरान भीड़ ‘अल्लाह हू अकबर’ ‘नारा ए तकबीर’ के साथ ‘सब जला दो’, ‘मारो पुलिस वालों को’, “कोई जिन्दा न बचे’ जैसे उत्तेजक नारेबाजी कर रही थी। यह भी बताया गया है कि भीड़ में से कुछ लोगों ने यह भी कहा कि पुलिस वालों को मार डालने के बाद रास्ते में कोई नहीं आएगा। हमलावर भीड़ के आगे बढ़ने पर उसमें से कुछ लोगों ने दरगाह के पास खड़ी बाइकों में आग लगा दी। आसपास से गुजर रहे राहगीरों पर भी पत्थर मारे गए।
On Friday,municipal officials visited the Dargah and affixed a notice. Subsequently, starting in the evening, a crowd from Muslim community began to gather, and tensions escalated throughout the night.
— Viक़as (@VlKASPR0NAM0) June 19, 2023
At night situation took a violent turn as the mob began pelting stones at the… https://t.co/bvBRvPeFVg pic.twitter.com/46i7P6xbDJ
भीड़ में से कुछ लोगों ने एक यात्री बस पर पत्थरबाजी की। बस के शीशे तोड़ दिए गए। हमले में पत्थरों के अलावा लाठी-डंडों का भी प्रयोग हुआ। हमले के दौरान 4 पुलिस वाले और एक हिन्दू नागरिक घायल हो गया। सभी घायलों को अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल में घायल नागरिक ने दम तोड़ दिया। महिला पुलिसकर्मी की तहरीर पर इस हिंसा में 31 आरोपितों को नामजद करते हुए सैकड़ों अज्ञात लोगों पर FIR दर्ज हुई है।
जिन आरोपितों को नामजद किया गया है, उनके नाम हैं;
1) नसीरुद्दीन उर्फ नसरो
2) सिकंदर सुलेमान
3) मुस्तकीम अशरफभाई
4) साजिद कलामुद्दीन अंसारी
5) जाकिर यूसुफ
6) फैजल खान
7) अकबर मियां
8) शकील जानुलहक अंसारी
9)आफताब असगर अली अंसारी
10) फिरोज अमदभाई
11) मुस्ताक मोहम्मद
12) बशीर ममदभाई
13) मुस्तफा यूसुफभाई
14) वसीम उर्फ लादेन
15) साबिर यूसुफभाई
16) सब्बीरहुसैन मोहम्मदहुसैन
17) अमन बोडूभाई
18) फैजान इकबालभाई शेख,
19) फरदीन इकबालभाई
20) आसिफ यूनुस जुनेजा
21) अरमान असलम अरब
22) साजिद उर्फ तव इकबाल
23) यूसुफ इकबालभाई मालेक
24) अफजल असरफभाई मेमन
25) साजिद सरवादी
26) लाल बादशाह
27) फैजल उर्फ कोठमीर फिरोजभाई
28) एजाज उर्फ रियाज
29) रणजीत मुनाभाई
30) अमन अदरेमन पांजा
31) आद्रेमन आमद पंजा जगमाल चौक
बताते चलें कि जूनागढ़ नगर निगम की ओर से जूनागढ़ के मजेवाड़ी गेट के बाहर सड़क पर बनी दरगाह को अवैध अतिक्रमण बताते हुए हटाने का नोटिस जारी किया गया था। नोटिस में इस दरगाह के सदस्यों को 5 दिनों के भीतर जमीन के मालिकाना हक के कागजात दिखाने के लिए कहा गया था। हालाँकि कागज दिखाने के बजाए मुस्लिम समुदाय के लोग 16 जून की शाम दरगाह के पास जमा होकर पुलिस पर हमला कर दिया।
जिस यात्री बस पर हमला किया गया था, उसके ड्राइवर आसिफ के मुताबिक भीड़ ने गेट को बाहर से बंद कर दिया था। आरोप है कि हमलावरों ने बस में आग लगाने की कोशिश की। आसिफ का दावा है कि जब उन्होंने भीड़ को अपना नाम बताया तब उन्हें बस से उतरने दिया गया।