Wednesday, September 18, 2024
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मुस्लिम भीड़ ने हिंदू युवकों पर किया हमला, पुलिस की मौजूदगी में पत्थर फेंके: गुजरात में इंस्टाग्राम पोस्ट को लेकर हिंसा

'सरकार के मिलाद का जुलूस देखना हो तो आना महुधा में, ऐसा जुलूस निकलता है कि आके दुश्मन अपार से नीचे तक जल खड़े हैं।'

गुजरात के खेडा में फिर से शांति भंग करने की कोशिश की गई है। इस बार महुधा में एक धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने वाली इंस्टाग्राम पोस्ट के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने पर मुस्लिम भीड़ ने हिंदुओं पर हमला कर दिया। इस घटना में लगभग 2,500 से 3,000 लोगों की भीड़ ने “मार डालने” की धमकी देते हुए हिंदू युवकों पर पत्थर बरसाए। इस मामले में एफआईआर दर्ज कर पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है।

घटना तब शुरू हुई जब मुस्लिम युवकों ने इंस्टाग्राम पर एक भड़काऊ पोस्ट डाली। इस पोस्ट से हिंदू समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुँची, जिसके बाद तीन हिंदू युवक पुलिस स्टेशन शिकायत दर्ज कराने पहुँचे। लेकिन जब वे पुलिस स्टेशन पहुँचे, तो वहाँ मुस्लिम भीड़ ने उन्हें घेर लिया और धमकाया। पुलिस की मौजूदगी में भी हिंदू युवकों पर पत्थरबाजी की गई।

महुधा पुलिस स्टेशन, खेड़ा में एक एफआईआर दर्ज की गई है, जिसकी एक प्रति ऑपइंडिया के पास उपलब्ध है। हिंदू युवक ने शिकायत में कहा है कि शनिवार (14 सितंबर 2024) को जब वह अपने शो रूम में था, तो उसका दोस्त आया और उसे अपने मोबाइल फोन पर एक व्हाट्सएप ग्रुप में एक स्क्रीनशॉट दिखाया, जिसमें हिंदुओं की भावनाओं को चोट पहुँचाने और उकसाने वाली बात लिखी हुई थी। इसलिए उन्होंने अपने एक दोस्त के साथ मिलकर इस पोस्ट के खिलाफ पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराने का फैसला किया। उसने अपने एक अन्य दोस्त को इसकी जानकारी दी और तीनों महुधा थाने पहुँचे।

इंस्टाग्राम पोस्ट में क्या था?

यह पोस्ट इंस्टाग्राम यूजर आईडी ताहिर और कोनेन काज़ी से की गई थी। जिसमें लिखा था कि- ‘स्पेशल कठलाल वालों के लिए। जो कुफ्र के डर से सरकार के मिलाद का जुलूस ना निकल सके वो कोम कुत्ते सुवर उर्फ ​​के खिलाफ बोलते हैं उनके खिलाफ क्या बोलेंगे कायर लोग। ‘सरकार के मिलाद का जुलूस देखना हो तो आना महुधा में, ऐसा जुलूस निकलता है कि आके दुश्मन अपार से नीचे तक जल खड़े हैं।’

आगे लिखा था, ‘अगर किसी विधायक या कट्टरपंथी संगठन के डर से ये फैसला लिया है तो हम महुधा वालों को कहते हैं कि आधार कार्ड और जमीन लेकर आएंगे और इजाजत दिलाएंगे और इत्मिनान से जुलूस फिराकर दिखा देंगे।’

इससे पहले कि तीनों हिंदू युवक शिकायत दर्ज कराने थाने पहुँचते, पुलिस ने पोस्टर पकड़ लिए और उन्हें बचाने के लिए मुस्लिम नेता भी वहाँ पहुँच गए। हालाँकि, जब हिंदू युवक ने शिकायत दर्ज करने की तैयारी दिखाई, तो मुस्लिम समुदाय के कुछ लोग उनके पास आए और सुलह की बात की और कहा कि उन्हें शिकायत दर्ज नहीं करनी चाहिए और उस व्यक्ति को माफी पत्र लिखा जाएगा। लेकिन हिंदू युवक ने समझौते की बात न करते हुए कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी थी।

जब तक हिंदू युवक शिकायत दर्ज करा कर लौटा, तब तक थाने के बाहर सैकड़ों मुसलमानों की भीड़ जमा हो चुकी थी और नारेबाजी करने लगी। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करते हुए हिंदू युवकों को वहां से भेज दिया और सुरक्षा के लिए एक पुलिस वाहन भी भेजा। साथ ही पीआई और पीएसआई हिंदू युवकों को अपनी गाड़ी में लेकर रवाना हो गए।

पीआई की मौजूदगी में पथराव हुआ

जब हिंदू युवा, पुलिस अधिकारियों के साथ, महुधा शहर छोड़कर नडियाद-कथलाल रोड पर पहुंचे, तो भीड़ ने उन्हें फिर से घेर लिया और फिर से नारे लगाने शुरू कर दिए। शिकायत के मुताबिक ये वही लोग थे जो पुलिस स्टेशन के बाहर जमा हुए थे। वे चिल्ला रहे थे, ‘यह हमारे समुदाय के लोगों के खिलाफ शिकायत है…जिओ मत जाने दो…’ और भीड़ के लोगों के पास तलवार-लाठी, पाइप आदि हथियार भी थे।

इसी बीच जब हिंदू युवक गाड़ी रोककर बाहर निकले तो हुसैन अब्बास नाम का एक इस्लामिक व्यक्ति तलवार लेकर दौड़ा और बोला “तुमने हमारे खिलाफ शिकायत क्यों दर्ज कराई? ‘आज मैं तुम्हें मार डालूँगा” कहते हुए उसने मुझ पर तलवार से हमला किया, लेकिन हिंदू युवक झुक गया और घायल नहीं हुआ। इस दौरान भीड़ में शामिल मुस्लिम लोग यह भी चिल्ला रहे थे कि “आज इसे मत जाने दो…इसे मार डालो”। लेकिन जैसे ही पुलिस अधिकारी और पीछे वाली गाड़ी पहुंची, भीड़ तितर-बितर हो गई और भाग गई। फिर पुलिस ने हिंदू युवकों को अपनी गाड़ी में बिठाकर भेज दिया।

ढाई से तीन हजार मुसलमानों की भीड़

एफआईआर में सौ-सौ की भीड़ का जिक्र है, लेकिन शिकायतकर्ता हिंदू युवक ने ऑपइंडिया को बताया कि हमले के वक्त करीब ढाई से तीन हजार मुसलमानों की भीड़ जमा थी और लगातार सांप्रदायिक नारे लगा रही थी। उन्होंने कहा कि थाने के बाहर भी भीड़ द्वारा उन पर पथराव किया गया। साथ ही, जब हमला हुआ तब वापसी में पुलिस अधिकारी भी उनके साथ थे, फिर भी चरमपंथियों ने हमला करने में संकोच नहीं किया।

इस मामले में एक हिंदू युवक की शिकायत के आधार पर नामजोग में 37 लोगों के खिलाफ और बाकी भीड़ के खिलाफ धारा 189(2), 189(4), 191(2), 191(3), 190, 109, 125, 324(5), 324 भारतीय न्याय संहिता (6), 352, 351(3) और 61(2) और गुजरात पुलिस अधिनियम की धारा 135 के तहत मामला दर्ज किया गया है और जाँच की जा रही है। जिनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है उनमें मोईन, शहजाद, तौकीर, नासिर, समीर, वाजिद, हुसैन, नाजिर, फारूक, वाहिद, जावेद, मोइद हुसैन आदि शामिल हैं। कुल 37 मुस्लिम व्यक्तियों पर मामला दर्ज किया गया है जबकि गिरोह के बाकी लोगों पर मामला दर्ज किया गया है।

पुलिस जाँच जारी, आरोपित को राउंडअप किया जा रहा है- पीआई

महुधा टाउन पीआई केके झाला ने ऑपइंडिया से बातचीत में कहा कि इस मामले में एफआईआर दर्ज कर आरोपियों को घेरने की प्रक्रिया फिलहाल चल रही है। जिनके खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल आगे की जाँच चल रही है।

मूल खबर गुजराती भाषा में लिखी गई है। मूल रिपोर्ट पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें

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Meghalsinh Parmar
Meghalsinh Parmar
A Journalist. Deputy Editor- OpIndia Gujarati. Not an author but love to write.

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