मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मतांतरण करने वाला दम्पति मूल रूप से उत्तर प्रदेश के शामली जिले के निवासी हैं। लगभग 10 साल पहले यह परिवार हरिद्वार के रानीपुर इलाके में काम-धंधे के सिलसिले में बस गया था। इस दम्पति के बेटे कुंदन कुमार ने पुलिस में तहरीर दे कर बताया है कि पिछले 2 सालों से उनकी माँ संगीता के कमर में दर्द होने लगा था। बीती सर्दियों के मौसम में जब यह दर्द बढ़ा तो किसी ने इन्हे देहरादून के विकासनगर इलाके में रहने वाले हकीम आदिल के बारे में बताया।
कुंदन की माँ अपने पति चरण सिंह के साथ हकीम आदिल के पास इलाज करवाने गईं। आदिल खुद को मुफ़्ती भी बताता है। हकीम आदिल ने संगीता को दवा के नाम पर खाने के लिए चूरन दिया। आरोप है कि इसी दौरान मुफ़्ती आदिल ने संगीता और उनके पति को जमीन और पैसे का लालच दिया। चरण सिंह और संगीता मुफ़्ती की बातों में आ गए। थोड़े समय में ही उनके हाव-भाव और व्यवहार मुस्लिमों जैसे होने लगे। चरण सिंह तो टोपी लगा कर अल्लाह-अल्लाह भी करने लगे।
कुंदन की माँ अपने पति चरण सिंह के साथ हकीम आदिल के पास इलाज करवाने गईं। आदिल खुद को मुफ़्ती भी बताता है। हकीम आदिल ने संगीता को दवा के नाम पर खाने के लिए चूरन दिया। आरोप है कि इसी दौरान मुफ़्ती आदिल ने संगीता और उनके पति को जमीन और पैसे का लालच दिया। चरण सिंह और संगीता मुफ़्ती की बातों में आ गए। थोड़े समय में ही उनके हाव-भाव और व्यवहार मुस्लिमों जैसे होने लगे। चरण सिंह तो टोपी लगा कर अल्लाह-अल्लाह भी करने लगे।
शिकायतकर्ता का यह भी आरोप है कि मुफ़्ती आदिल ने उनके माता-पिता के अलावा कई अन्य हिन्दुओं का भी धर्मान्तरण करवा रखा है। अपनी जान का खतरा बताते हुए पीड़ित ने आरोपित मुफ़्ती पर कड़ी कार्रवाई की माँग की है। पुलिस ने कुंदन की शिकायत पर दर्ज FIR में देहरादून के मुफ़्ती आदिल को नामजद किया है। उस पर उत्तराखंड धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम 2018 की धारा 3/5 के तहत कार्रवाई की गई है। पुलिस मामले की जाँच कर रही है। ऑपइंडिया के पास FIR कॉपी मौजूद है।
ऑपइंडिया ने कुंदन की माँ संगीता से बात की। संगीता ने हमें बताया कि इलाज के दौरान उनको मुफ़्ती ने कई बार इस्लाम कबूल करने के लिए कहा। वह घंटों तक संगीता और उनके परिवार से बातें करता था। इस दौरान वह उन्हें मजहबी बातें समझाया करता था। संगीता ने यह भी कहा कि वो हिन्दू धर्म में ही अपना आगे का जीवन बिताएँगी। हालाँकि संगीता अपने पति चरण सिंह की हरकतों से परेशान हैं। उन्होंने बताया कि उनके पति कलमा और नमाज पढ़ने लगे हैं। वो किसी की भी सुनने को तैयार नहीं है और हमेशा मुफ़्ती के साथ ही रहने की बात करते हैं।
संगीता ने मुफ़्ती की गिरफ्तारी और कड़ी कार्रवाई की माँग की है। वहीं उत्तराखंड के हिन्दू संगठनों ने भी इस घटना पर आक्रोश जताया है। हिन्दू संगठन के पदाधिकारी राकेश उत्तराखंडी ने इस घटना को आने वाले समय के लिए एक बुरा संकेत बताया है। उन्होंने लोगों से भी जागरूकता की अपील की है।