तमिलनाडु की वेल्लोर पुलिस ने सोमवार (5 जून 2021) को हरियाणा के रहने वाले 43 वर्षीय अहमुद्दीन हकीमुद्दीन को गिरफ्तार किया। आरोपित गायों की चोरी कर उन्हें बूचड़खानों में बेच देता था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पेरनामबट पुलिस ने आंध्र प्रदेश के रजिस्ट्रेशन नंबर वाली एक लॉरी को संदेह का आधार पर रोका। तलाशी लेने पर उसके भीतर एक गाय मिली।
हिंदी भाषी स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस हकीमुद्दीन को लेकर थाने आई। पूछताछ के दौरान पता चला कि बेंगलुरू में उसने अपनी दास्त शकीला से मिनी लॉरी लेकर उस पर फर्जी नंबर प्लेट लगाया और गायों की चोरी के लिए तमिलनाडु आ गया।
पूछताछ के दौरान आरोपित ने स्वीकार किया कि वह गायें चुराता था। वेल्लोर क्षेत्र से वह अब तक कम से कम 20 गायों को चुराकर बेचा चुका है। इसमें से एक गाय मुस्लिम व्यक्ति रज्जाक की थी। उसने शिकायत की थी कि उसकी गाय चरने गई थी, लेकिन वापस नहीं लौटी। इसके अलावा गुडियट्टम से भी कम से कम 10 किसानों ने पुलिस में गायों के गायब होने की शिकायत दर्ज कराई है।
पूछताछ के दौरान हकीमुद्दीन ने कबूल किया है कि वह हरियाणा से दक्षिण भारत के विभिन्न हिस्सों में जाकर मवेशियों की चोरी करता था। इसके बाद उन्हें (बूचड़खाने) स्लॉटर हाउस में बेच देता था। हरियाणा वापस लौटने से पहले वह दक्षिण भारत के कुछ जगहों पर रुकने वाला था।
इससे पहले पिछले महीने (जून, 2021) कर्नाटक के उडुपी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। इसमें उडुपी जिले के नेजर गाँव में इब्राहिम ने गंगाधर नाम के हिंदू पड़ोसी की गाय को चुराकर उसकी हत्या कर दी थी। गंगाधर अपनी गाय को चरने के लिए छोड़ गया था। इसी दौरान इब्राहिम गाय को चुराकर अपने घर ले गया और उसकी हत्या कर दी थी। इसके बाद उसने बीफ बाजार में बेच दिया।