हरियाणा के हिसार के बरवाला इलाक़े में एक किसान की रविवार रात को अज्ञात बदमाशों ने हत्या कर दी। इससे पहले कि वो किसान अपने पशु चोरी करने से अपराधियों को रोक पाता, तब तक चोर उसकी दो भैंस (मुर्राह नस्ल) और एक बछड़े को चोरी कर चुके थे, जाते-जाते किसान की हत्या कर चुके थे। मृतक की पहचान 40 वर्षीय नरेश के रूप में हुई है।
पीड़ित के भाई ने बताया कि हत्या की रात नरेश किराए के खेत में बनाए गए आश्रय में अकेला सो रहा था। अगली सुबह, वह अपने आश्रय में मृत पाया गया। उस पर धारदार हथियार से वार किया गया था और उसके मवेशी ग़ायब थे। उनके बयान के आधार पर, पुलिस ने अज्ञात लोगों के ख़िलाफ़ भारतीय दंड संहिता की धारा-460 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
ख़बर के अनुसार, शव की खोज खेत मालिक के एक कार्यकर्ता ने की। उन्होंने तुरंत पुलिस को मामले की सूचना दी और पीड़ित के भाई को घटना के बारे में सूचित किया। पुलिस जल्द ही घटना-स्थल पर पहुँची और मामले में अपनी जाँच शुरू कर दी।
परिजनों के मुताबिक़, परिवार को होने वाला आर्थिक नुकसान 1 लाख रुपए से अधिक का है। उनका दावा है कि एक मुर्राह भैंस 50-60 हज़ार रुपए में आसानी से बेची जा सकती है। वहीं, बछड़े पर उन्होंने दावा किया कि आमतौर पर 15-20 हज़ार रुपए मिल जाते हैं। नरेश का परिवार उनकी आजीविका पर ही निर्भर था। वह 5 बेटियों और दो बेटों के पिता थे। उनकी हत्या से उनके परिवार की आजीविका भी ख़तरे में पड़ गई है।
देश में मवेशी चोरी एक बहुत बड़ी समस्या है। आए दिन मवेशी चोरी होने की ख़बरें सामने आती रहती हैं। ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जहाँ पशु तस्कर किसानों और यहाँ तक कि पुलिस पर हमला तक कर देते हैं। ऐसी भी ख़बरें सामने आई हैं, जहाँ मवेशी तस्करों द्वारा बम फेंकने और लोगों पर अँधाधुँध हमला किया गया।