मध्य प्रदेश के धार के पीथमपुर स्थित ‘होटल वाटिका’ के कमरे में एक महिला का शव मिला है। घटना सेक्टर एक स्थित ‘होटल वाटिका’ की है, जहाँ एक कमरे में रविवार (28 अप्रैल, 2024) को युवती के फाँसी के फंदे पर लटके होने की सूचना मिली। जब पुलिस मौके पर पहुँची तो कमरा भीतर से बंद था। प्रधान आरक्षण सूरज तिवारी ने जानकारी दी है कि उक्त युवती महुगाँव की रहने वाली थी। वो जुनैद खान नाम के एक युवक के साथ होटल आई हुई थी।
पुलिस ने युवक को हिरासत में ले लिया है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। जैसे ही इस घटना के बारे में इलाके में खबर फैली, हिन्दू संगठनों के पदाधिकारी भी मौके पर पहुँचे। युवक पर हत्या का मामला दर्ज करने की माँग की। थाना प्रभारी संतोष दूधी का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़ कर 24 वर्षीय युवती का शव फंदे से उतारा। मामला प्रेम प्रसंग का बताया जा रहा है।
पुलिस ने जुनैद खान पर बलात्कार के साथ-साथ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला भी दर्ज किया गया है। सिटी एसपी अमित कुमार मिश्रा ने दुपट्टे के सहारे उक्त लड़की ने फाँसी लगाई थी। दोनों इंदौर स्थित महूगाँव के ही रहने वाले थे और एक-दूसरे को 5 वर्षों से जानते थे। महू कॉलेज में पढ़ाई के दौरान इन दोनों का प्रेम प्रसंग चालू हुआ था। कहा जा रहा है कि युवती अपने प्रेमी जुनैद पर शादी के लिए भी दबाव बना रही थी, लेकिन वो कोई न कोई बहाना बना कर टाल देता था।
Mera Abdul इन सबका मक़सद एक है।
— Pradeep Maikhuri (@PradeepMaikhur3) April 28, 2024
आज फिर एक और हिंदू लड़की हुई जिहादी जुनैद द्वारा लव जिहाद का शिकार। हिंदू लड़की को मारकर पंखे पर लटका चुका था।
पूरा मामला है पीथमपुर की वाटिका होटल का, इसका अब्दुल भी बहुत अच्छा था। 😡😡 समय है सुधार जाओ मेरी बहनों। 🙏 https://t.co/UgjpI72NiW pic.twitter.com/H7Wqen5VHS
युवती हिन्दू समाज से है। दोनों के परिजनों को उनके प्रेम प्रसंग की जानकारी थी। बता दें कि ‘लव जिहाद’ की घटनाएँ थमने का नाम नहीं ले रही हैं। हाल ही में कर्नाटक के हुबली में कॉन्ग्रेस नेता की बेटी नेहा हिरेमठ की फ़याज़ नाम के युवक ने चाकू गोद कर हत्या कर दी थी। इस घटना के भी ‘लव जिहाद’ होने के आरोप लगे थे। राजस्थान के चूरू में एक ब्यूटी पार्लर में महिला का संदिग्ध हालत में शव मिला था। आरोप है कि जब परिजन होटल पहुँचे तो होटल संचालक अरशद, वाहिद और मुजफर उन्हें रोक रहे थे।