Sunday, September 8, 2024
Homeदेश-समाज'पिता की मौत के बाद माँ और उसका मुस्लिम प्रेमी बना रहे इस्लाम कबूलने...

‘पिता की मौत के बाद माँ और उसका मुस्लिम प्रेमी बना रहे इस्लाम कबूलने का दबाव, खतना की भी कोशिश’: किशोर ने पुलिस में दी शिकायत

उसने बताया कि कुछ साल पहले उसके पिता का निधन हो चुका है। पिता की मौत के बाद एक मुस्लिम युवक ने पीड़ित की माँ को अपने झाँसे में लिया।

मध्य प्रदेश के खरगोन में इस्लामी धर्मांतरण का मामला सामने आया है। यहाँ एक नाबालिग बेटे ने अपनी हिन्दू माँ और उनके मुस्लिम प्रेमी के खिलाफ इस्लाम कबूलने का दबाव बनाने की शिकायत दर्ज करवाई है। पीड़ित को खतना करवाने के लिए भी कहा जा रहा था। महिला के पति की मौत हो चुकी है। मंगलवार (2 जुलाई, 2024) को पुलिस ने केस दर्ज कर के आरोपित महिला और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है। मामले में जाँच और अन्य जरूरी कार्रवाई की जा रही है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंगलवार को पीड़ित ‘बजरंग दल’ के कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस स्टेशन पहुँचा। उसने बताया कि कुछ साल पहले उसके पिता का निधन हो चुका है। पिता की मौत के बाद एक मुस्लिम युवक ने पीड़ित की माँ को अपने झाँसे में लिया। तब से मुस्लिम युवक और पीड़ित की माँ एक दूसरे के सम्पर्क में लगातार बने हुए हैं। शिकायत के मुताबिक, 3 मार्च, 2024 को मुस्लिम युवक पीड़ित पर इस्लाम कबूल करने का दबाव बनाने लगा। यह दबाव देने में पीड़ित की माँ ने भी सहयोग किया।

आरोप है कि जब नाबालिग ने इस्लाम कबूल करने से मना कर दिया तो उसकी बुरी तरह से पिटाई हुई। इस पिटाई में मुस्लिम युवक का साथ पीड़ित की माँ ने भी दिया। बताया गया है कि आरोपित मुस्लिम युवक जब भी पीड़ित के घर आता है तब उसे मुस्लिम बनने का दबाव देता है। इनकार करने पर जान से मार डालने की धमकी दी जाती है। मामला ‘बजरंग दल’ वालों के संज्ञान में आते हुए उन्होंने न सिर्फ मुस्लिम युवक बल्कि पीड़ित किशोर की माँ के खिलाफ भी करवाई की माँग उठाई।

मंगलवार को इसी माँग के साथ बजरंग दल कार्यकर्ता पीड़ित किशोर को ले कर थाने गए। पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर मुस्लिम युवक और पीड़ित की माँ पर समुचित धाराओं में FIR दर्ज कर ली। आरोपित और पीड़ित की माँ दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस के मुताबिक मामले में जाँच और अन्य जरूरी कार्रवाई की जा रही है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

ग्रामीण और रिश्तेदार कहते थे – अनाथालय में छोड़ आओ; आज उसी लड़की ने माँ-बाप की बेची हुई जमीन वापस खरीद कर लौटाई, पेरिस...

दीप्ति की प्रतिभा का पता कोच एन. रमेश को तब चला जब वह 15 वर्ष की थीं और उसके बाद से उन्होंने लगातार खुद को बेहतर ही किया है।

शेख हसीना का घर अब बनेगा ‘जुलाई क्रांति’ का स्मारक: उपद्रव के संग्रहण में क्या ब्रा-ब्लाउज लहराने वाली तस्वीरें भी लगेंगी?

यूनुस की अगुवाई में 5 सितंबर 2024 को सलाहकार परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इसे "जुलाई क्रांति स्मारक संग्रहालय" के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -