छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में ईसाई मत अपनाने के दबाव की वजह से एक युवक ने अपनी जान दे दी है। मृतक का नाम लीनेश साहू है। लीनेश को यह दबाव उसकी बीवी व कुछ अन्य ससुराली जनों की तरफ से दिया जा रहा था। आत्महत्या से पहले शनिवार (7 दिसंबर 2024) को लीनेश ने अपनी पीड़ा को व्हाट्सएप स्टेट्स में लिख कर शेयर भी किया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये मामला धमतरी जिले के थानाक्षेत्र अर्जुनी में पड़ने वाले गाँव पटियाडीह का है। यहाँ रहने वाले 30 वर्षीय लीनेश साहू टेलरिंग (दर्जी) का काम कर के अपने परिवार का भरण पोषण करते थे। रविवार की सुबह उनका शव अपने घर के अंदर फाँसी के फंदे पर लटका मिला। परिजनों की सूचना पर पहुँची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और मामले की जाँच शुरू कर दी।
प्रथम दृष्टया पुलिस ने इस घटना को आत्महत्या माना है। जाँच के दौरान पुलिस को लीनेश साहू का मोबाइल मिला। फाँसी लगाने से पहले लीनेश ने व्हाट्सएप स्टेटस लगाया था। इस स्टेटस में मृतक ने खुद को अपनी बीवी से परेशान बताया और लिखा, “मेरे को धर्म परिवर्तन करने के लिए बहुत ज्यादा परेशान करती है। ईसा मसीह ईसा मसीह करके मेरे को रात भर परेशान करती है।” लीनेश ने इसी स्टेटस में आगे बताया था कि वो अपने पूरे हफ्ते की कमाई अपनी बीवी को दे देते थे। हालाँकि इसके बावजूद उनकी पत्नी से उनसे कभी प्यार से बात नहीं की।
लीनेश साहू ने धर्मान्तरण के लिए होने वाली प्रताड़ना में अपनी सास के साथ पत्नी की छोटी व बड़ी बहन को भी शामिल बताया है। इन सभी ने लीनेश से कहा, “तू आ जा। फिर तेरे पापा को भी मना लेंगे।” लीनेश के अनुसार उन्होंने अपनी ससुराल में कभी खाना तक नहीं खाया। मृतक ने अपनी पत्नी पर न सिर्फ धर्मान्तरण के दबाव बल्कि झूठ बोलने का भी आरोप लगाया है। 8वीं पास लीनेश की पत्नी ने शादी से पहले खुद को कक्षा 12 पास बताया था।
फ़िलहाल पुलिस ने इस पूरे मामले का संज्ञान ले कर जाँच शुरू कर दी है। मोबाइल स्टेटस में जिनका जिक्र किया गया था उनसे पूछताछ की जा रही है। डिप्टी एसपी नेहा पवार ने मीडिया को बताया कि जाँच में सामने आए तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।