हैदराबाद में एक दलित लड़के की हत्या उसकी प्रेमिका के भाई ने अपने साथियों के साथ मिलकर कर दी। मृतक की पहचान 28 साल के हरीश के तौर पर हुई है। बुधवार (1 मार्च 2023) को हुई इस हत्या के 11 आरोपितों में से 10 की गिरफ्तारी हो गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक देवरकोंडा क्षेत्र के रहने वाला हरीश नामक व्यक्ति DJ का काम करता था। लगभग 7 माह पहले वह हैदराबाद के ही एल्लारेड्डीगुड़ा इलाके में रहने गया गया था। यहीं उसकी मुलाकात मनीषा नाम की लड़की से हुई थी। कुछ दिनों बाद दोनों में प्रेम संबंध बन गए थे। मनीषा के परिवार वालों को ये रिश्ता मंजूर नहीं था। लड़की के भाइयों ने कई बार हरीश को अपनी बहन से दूर रहने की नसीहत दी थी और एकाध बार पिटाई भी की थी। मनीषा पर भी उनके घर में तमाम तरह की पाबंदियाँ लगा दी गईं।
बताया जा रहा है कि इन पाबंदियों के बाद भी हरीश और मनीषा सोशल मीडिया से एक दूसरे के सम्पर्क में बने रहे। बीच-बीच में दोनों की मुलाकात भी होती रही। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार हरीश और पिछड़े वर्ग से ताल्लुक रखने वाली 25 वर्षीय मनीषा करीब 5 महीनों से प्रेम संबंध में थे। मनीषा के भाई दीनदयाल ने संबंध तोड़ने के लिए हरीश पर दबाव डाला था। लेकिन उसकी धमकियों को नजरंदाज करते हुए हरीश 22 फरवरी को प्रेमिका मनीषा को भगा ले गया।
घर से भागने के बाद दोनों के रुकने का इंतजाम हरीश के दोस्त राजेंद्र कुमार ने किया था। उसने ही हरीश को सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी भी दिलवाई थी। इस दौरान जब दीनदयाल अपनी बहन की खोज कर रहा था तो राजेंद्र ने सारी बात उसे बता दी।
पेटबशीराबाद थाने के एसएचओ के गौरी प्रशांत के मुताबिक 1 मार्च को राजेंद्र ने ही अपनी पाटर्नर जी नवनीता के साथ मिल हरीश और मनीषा को मिलने के लिए बुलाया। दीनदयाल भी अपने साथियों के साथ उनका इंतजार कर रहा था। हरीश और मनीषा के आते ही दीनदयाल अपने साथियों के साथ उन पर टूट पड़ा। हरीश की हत्या कर दी और मनीषा को अपने साथ ले गए।
पुलिस ने दीनदयाल और उसके साथियों टी नरेश और पी वेंकटेश को हरीश की हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। अन्य 5 को हत्या की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। राजेंद्र और नवनीता को दोनों की जानकारी देने के आरोप में पकड़ा गया है। एक अन्य आरोपित बी वेंकट फरार है।
अपडेट: कुछ शुरुआती मीडिया रिपोर्टों और सोशल मीडिया में हरीश की प्रेमिका के दूसरे समुदाय से जुड़े होने का दावा किया गया था। लेकिन बाद में यह बात सामने आई कि लड़की पिछड़े वर्ग की थी। इसके बाद हम अपनी रिपोर्ट आवश्यक बदलाव कर रहे हैं। शुरुआती रिपोर्ट में लड़की को अन्य मजहब से जुड़ा होने के लिए बताने का हमें खेद है।