प्रफुल्ल पटेल और दाऊद इब्राहिम के क़रीबी इक़बाल मिर्ची के बीच हुई डील के मामले में हुमायूँ मर्चेंट नामक शख्स को गिरफ़्तार कर लिया गया है। उसके अंडरवर्ल्ड डाउन इक़बाल मिर्ची से क़रीबी रिश्ते थे और ये रिश्ते कारोबार से लेकर राजनीति तक थे। इसी मामले में पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल पहले से ही ईडी की जाँच का सामना कर रहे हैं। एनसीपी नेता पटेल से ईडी ने 12 घंटे तक पूछताछ की थी लेकिन वो रुपए के लेनदेन को लेकर कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए थे। उन्होंने तो यहाँ तक कहा था कि उन्हें पता ही नहीं था कि इक़बाल मेमन ही इक़बाल मिर्ची है।
मुंबई के वर्ली में स्थित सीजे हाउस को लेकर जो डील हुई थी, उसमें हुमायूँ मर्चेंट का भी रोल था। सीजे हाउस को मिलेनियम डेवेलपर्स ने बनाया था और उसमें इक़बाल मिर्ची की बीवी हाजरा और उसके दोनों बेटों को संपत्ति दी गई थी। प्रफुल्ल पटेल और उनका परिवार मिलेनियम डेवेलपर्स से जुड़ा हुआ है। प्रफुल्ल पटेल ने पूछताछ के दौरान दावा किया था कि उनकी डील इक़बाल मिर्ची की बीवी के साथ हुई थी, जिसके ख़िलाफ़ किसी भी थाने में कोई केस नहीं चल रहा है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रफुल्ल पटेल ने पूछा था कि 15 साल पुराने मामले में उन्हें अब घसीटा जा रहा है।
हुमायूँ मर्चेंट को गिरफ़्तार करने के बाद मुंबई की एक अदालत में पेश किया गया। भारत में 6 सम्पत्तियों के अलावा प्रवर्तन निदेशालय ने विदेशों में भी 25 ऐसी सम्पत्तियों की पहचान की है, जो इक़बाल मिर्ची से जुड़ी हुई है और उनका पूरा विवरण निकाला जा रहा है। मीडिया सूत्रों के अनुसार, प्रफुल्ल पटेल ने हुमायूँ मर्चेंट और इक़बाल मिर्ची के साले मुस्ताक मेमन को पहचानने से इनकार कर दिया था। अब उसकी गिरफ़्तारी के बाद कई अन्य राज़ खुलने की भी संभावना है क्योंकि वो पूर्व केंद्रीय मंत्री पटेल और इक़बाल मिर्ची के बीच डील में शामिल था।
https://platform.twitter.com/widgets.jsA week after the #ED revealed #NCP leader #PrafulPatel‘s deals with late #IqbalMirchi, a close aide of #Pakistan-based underworld don #DawoodIbrahimKaskar, the agency on October 22 said it has arrested #HumayunMerchant, who handled Mirchi’s real estate businesses.
— IANS Tweets (@ians_india) October 22, 2019
Photo: IANS pic.twitter.com/nBZ159nuqJ
अधिकारियों का कहना है कि इक़बाल मिर्ची ने 1985 में मुंबई के वर्ली में स्थित एक ज़मीन पर अतिक्रमण कर लिया था। वो ज़मीन पटेल परिवार से जुड़ी ज़मीन का हिस्सा थी। मिर्ची यहीं से अपने ड्रग्स के कारोबार चलाने लगा था। इसके बाद वह गिरफ़्तारी से बचने के लिए भारत से भाग निकला। इसके बाद 1999 में इक़बाल मिर्ची की बीवी हाजरा के साथ मिलेनियम डेवेलपर्स की डील हुई। मिलेनियम डेवेलपर्स ने यहाँ 15 मंजिला ईमारत बनाई, जिसे सीजे हाउस नाम दिया गया। इसमें 2 फ्लोर्स इक़बाल मिर्ची और उसके दोनों बेटों को दे दिए गए। इक़बाल मिर्ची की 2013 में लंदन में मृत्यु हो गई थी।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इक़बाल मिर्ची और प्रफुल्ल पटेल की डील को देशद्रोह करार दिया था। उधर पीएमसी घोटाले से भी प्रफुल्ल पटेल के तार जुड़ते नज़र आ रहे हैं, जहाँ उनकी पार्टी के संस्थापक व अध्यक्ष शरद पवार का भी नाम सामने आया है।