Monday, December 23, 2024
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माँ दुर्गा की मूर्ति तोड़ने वाली बुर्कानशीं महिलाओं को हैदराबाद पुलिस ने बताया ‘मानसिक बीमार’, भाई बोला – मेरी माँ और बहनों को सिज़ोफ्रेनिया है

"ये दोनों महिलाएँ अपने अम्मी-अब्बू के साथ रहती हैं। ये मानसिक रूप से बीमार हैं। वे 2018 में जेद्दा से लौटे थे और तब से इसका सामना कर रहे हैं। इनका एक भाई भी है, जो साथ में रहता है।

हैदराबाद के खैरताबाद इलाके में मंगलवार (27 सितंबर, 2022) को माँ दुर्गा की मूर्ति तोड़ने वाली दो मुस्लिम महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस मामले को लेकर नामपल्ली के विधायक जेएच मेराज ने मीडियाकर्मियों को बताया, “2 बुर्का पहने महिलाओं ने स्पैनर से देवी की मूर्ति को खंडित कर दिया। उन्हें पुलिस को सौंप दिया गया है। मैं आयुक्त से विस्तृत जाँच करने का अनुरोध करता हूँ।” उन महिलाओं पर आरोप है कि उन्होंने एक व्यक्ति पर भी हमला करने की कोशिश की, क्योंकि उसने उन्हें रोकने की कोशिश की थी।

इससे पहले उन्होंने एक चर्च के बाहर लगी मदर मैरी की मूर्ति को भी तोड़ने की कोशिश की।

हैदराबाद के सेंट्रल जोन के DCP ने देवी दुर्गा और मदर मैरी की मूर्तियों को तोड़ने वाली दोनों महिलाओं को लेकर कहा, “ये दोनों महिलाएँ अपने अम्मी-अब्बू के साथ रहती हैं। ये मानसिक रूप से बीमार हैं। वे 2018 में जेद्दा से लौटे थे और तब से इसका सामना कर रहे हैं। इनका एक भाई भी है, जो साथ में रहता है।

भाई असीमुद्दीन ने पुलिस को बताया, “मैं अभी तक अपनी बहनों से नहीं मिला हूँ, लेकिन मैंने सुना है कि क्या हुआ है, इसलिए मैं सामने नहीं आया। मेरी माँ और बहनों को सिज़ोफ्रेनिया है और भाई को पैरानॉयड सिज़ोफ्रेनिया है। उन्होंने ऐसा कभी नहीं किया है। मैं माफी माँगता हूँ। उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है, इसलिए मुझे इस बात का ध्यान रखना होगा।”

हैदराबाद के सेंट्रल जोन के DCP राजेश कुमार ने बताया, “आज सुबह दो मुस्लिम महिलाओं ने खैरताबाद स्थित एक पंडाल में घुसकर देवी दुर्गा माता की मूर्ति के एक हिस्से में तोड़फोड़ की। एक महिला को स्पैनर ले जाते हुए भी देखा गया था।” DCP ने आगे यह भी बताया कि प्रतिमा पर हमला करने के दौरान एक व्यक्ति ने महिलाओं को रोकने की कोशिश की तो उस पर हमला किया गया। हालाँकि, महिलाओं के कट्टरपंथी रवैये को देखते हुए स्थानीय लोग जुट गए और उसे पकड़ लिया। लोगों ने पुलिस को सूचना देकर उन्हें सैदाबाद पुलिस के हवाले कर दिया।

बता दें कि दोनों महिलाओं को पहली बार एक चर्च के बाहर देखा गया था, जहाँ उन्होंने बाहर रखी मदर मैरी की मूर्ति को तोड़ने की कोशिश की थी। फिर वे एक दुर्गा पूजा पंडाल गईं, जो नवरात्रि दौरान चर्च से कुछ मीटर की दूरी पर बनाया गया था। अचानक काले बुर्के पहने दो मुस्लिम महिलाएँ दुर्गा पूजा पंडाल (Puja Pandal) में घुस गईं और माता दुर्गा (Durga Mata) की प्रतिमा को खंडित कर दिया। उन्होंने प्रतिमा के कई हिस्सों को खंडित कर दिया है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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