देश को झकझोर देने वाली हैदराबाद की घटना में एक बड़ा मामला सामने आया है। हैदराबाद में वेटनरी डॉक्टर प्रीति रेड्डी (बदला हुआ नाम) के गैंगरेप और उन्हें जला देने वाले आरोपितों के परिवार वाले भी अब उन्हें जल्द सज़ा देने की माँग करने लगे हैं। एक आरोपित के परिवार की ओर से कहा गया कि जो अपराध उन्होंने किया उसके लिए उन्हें या तो फाँसी दी जानी चाहिए या फिर जिंदा ही जला देना चाहिए।
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक हैदराबाद में बलात्कार के बाद डॉ प्रीति को जला देने वाले आरोपित सी चेन्ना केशवुलु की माँ ने स्थानीय मीडिया से कहा “मेरी खुद की भी एक बेटी है, मैं मृतक लड़की के परिवार का दर्द समझ सकती हूँ”। उन्होंने कहा कि इस हैवानियत भरे कृत्य के लिए उनके बेटे को फाँसी दे दी जानी चाहिए या फिर जिंदा जला दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर ऐसी घटना पर भी अपने बेटे का बचाव करती हूँ तो लोग पूरी जिंदगी मुझसे नफरत करेंगे।
बता दें कि हैदराबाद में एक वेटेनरी डॉक्टर के तौर पर काम करने वाली डॉ प्रीति के साथ गैंगरेप करने के बाद आरोपितों ने उन्हें जला दिया था। इस मामले में पुलिस ने सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। गैंगरेप के दौरान ही दुष्कर्म पीड़िता की मौत हो गई थी। इसके बाद सभी आरोपित डॉ प्रीति के शव को गाड़ी में रखकर रिंग रोड के करीब ले गए, जहाँ कम्बल में लिपटे उनकी लाश को उन सबने पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी। गिरफ़्तारी के बाद शनिवार को मजिस्ट्रेट ने सभी आरोपितों [मोहम्मद आरिफ (26 साल), जोल्लू शिवा (20 साल), जोल्लू नवीन कुमार (20 साल), चिन्ताकुट्टा चेन्ना केशवुलु (21 साल)] को 14 दिनों की हिरासत में भेज दिया।
मामले की जाँच में यह भी पता चला है कि रेप और मर्डर की इस साझा वारदात में कई परतें खुली हैं। इसके लिए पुलिस ने उस चश्मदीद गवाह का भी सहारा लिया, जिससे आरोपित पेट्रोल खरीदने गए थे। एक रिपोर्ट के अनुसार जब इस घटना को लेकर मीडिया में खबरें आने लगीं तो एक स्थानीय लिंगराम प्रवीण ने 100 नंबर पर फोन कर पुलिस को इस घटना के सम्बन्ध में जानकारी होने की बात बताई। उन्होंने ही पुलिस को बताया कि एक लाल स्कूटर पर सवार दो लोग उनसे पेट्रोल लेने आए थे। इन दोनों आरोपितों को पहचानने में प्रवीण ने ही पुलिस की मदद भी की थी।