मध्य प्रदेश में कॉन्ग्रेस की सरकार आने के बाद पहली बार गोहत्या के मामले में 3 आरोपितों, नदीम, शकील और आजम पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत कार्रवाई की गई है। गिरफ्तार हुए आरोपितों पर कुछ दिन पहले खंडवा जिले में गोहत्या करने का आरोप है। कॉन्ग्रेस की सरकार बनने के बाद इस तरह की यह पहली कार्रवाई सामने आई है।
इस बारे में पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा ने बताया कि गोहत्या के बाद खंडवा में तनाव फैल गया था, जिससे सांप्रदायिक सद्भाव बिगड़ने की स्थिति बन गई थी। पुलिस ने आरोपितों पर गो-हत्या निषेध अधिनियम की धारा 4, 6, 9 के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस अधीक्षक की सिफारिश पर जिला कलेक्टर ने रासुका (एनएसए) लगाने की मंजूरी दी, जो लम्बी अवधि के लिए हिरासत में रखने की अनुमति देता है।
एसपी बहुगुणा के अनुसार, “एनएसए के तहत मंजूरी मिलने के बाद, गोहत्या के मामले में नदीम, शकील और आजम पर एनएसए की कार्रवाई की गई है। गिरफ्तार किए गए अपराधियों में नदीम आदतन अपराधी है, इसके पहले भी वह कई आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे चुका है। वहीं, आरोपी शकील और आजम को पहली बार गिरफ्तार किया गया है।” गिरफ्तार आरोपितों में से नदीम और शकील सगे भाई हैं, जबकि तीसरा आरोपी खरखाली गाँव का ही रहने वाला है।
गोहत्या के बाद भाग निकले थे नदीम, शकील और आजम
खंडवा में मोघाट के खारकैली गाँव में कुछ दिन पहले तैयब नाम के व्यक्ति ने गाय चोरी होने की शिकायत पुलिस को की थी। इसके बाद जब पुलिस ने छानबीन की तो नर्सरी स्कूल के पीछे सुनसान इलाके में गो हत्या की बात सामने आई। पुलिस ने जब नदीम, शकील और आजम को पकड़ने की कोशिश की तो वो भाग निकले, लेकिन पुलिस ने बाद में उन्हें धर दबोचा।
गो हत्या की बात इलाके में आग की तरह फैली। मौके पर सैकड़ों की तादाद में 2 समुदाय के लोग जमा हो गए। हालाँकि, पुलिस के बीच बचाव के बाद मामला शांत हुआ। इसके बाद पुलिस ने नदीम, शकील और आजम को गिरफ्तार किया और अब उनके खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई हो रही है।