देश में लगातार बढ़ते कोरोना मरीजों की संख्या के बीच तबलीगी जमात से जुड़े एक के बाद एक चौंकाने वाले आँकड़े सामने आ रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक देश में कुल सामने आए कोरोना मरीजों में से 29 प्रतिशत मामले दिल्ली मरकज से निकले तबलीगी जमात से जुड़े हुए हैं। शनिवार को आई स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट उनलोगों की आईना दिखाती है जो मीडिया पर जमातियों को बदनाम करने का आरोप लगा रहे हैं।
#WATCH Out of total 14378 cases, 4291 (29.8%) cases are related to Nizamuddin Markaz cluster from single source&affected 23 States&UTs. 84% cases in TN, 63% cases in Delhi, 79% cases in Telangana, 59% cases in UP & 61% in Andhra Pradesh are related to the event: Health Ministry pic.twitter.com/UMsz1hx3tz
— ANI (@ANI) April 18, 2020
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने शनिवार मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि देश में अब तक कोरोना के 14378 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 4291 यानी कि 29 फीसदी मामले तब्लीगी जमात से जुड़े हुए हैं। दिल्ली में कोरोना के 63 फीसदी, तेलंगाना में 79 फीसदी, उत्तर प्रदेश में 59 फीसदी और आंध्रप्रदेश में 61 फीसदी मामले तबलीगी जमात से जुड़े हुए हैं।
संयुक्त सचिव ने बताया कि दिल्ली, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश सहित देश के 23 राज्यों मे जमात से जुड़े ज्यादातर मामले सामने आए हैं। उन्होंने बताया है कि पिछले 24 घंटे में देश में कोरोना के 991 नए मामले सामने आए हैं और 43 लोगों की मौत हुई है। उन्होंने बताया कि अब तक कुल 1992 कोरोना संक्रमित मरीज ठीक हो चुके हैं।स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि कोरोना के कारण देश में मृत्यु की दर 3.3 फीसदी है और सबसे अधिक 75 फीसदी मौत बुजुर्गों की हुई है।
गौरतलब है कि दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में मार्च माह में हुए तबलीगी जमात एक कार्यक्रम में 9000 से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया था। यहाँ से दिल्ली पुलिस ने 2300 जमातियों को बाहर निकालकर सभी को क्वारंटाइन कराया था। यह जगह कोरोना वायरस का हॉटस्पॉट बनकर उभरा है। इतना ही नहीं इससे पहले देशभर में प्रचार के लिए मरकज से निकले जमातियों के कारण महामारी एक के बाद एक दूसरे राज्यों में फैलती चली गई।
वहीं इनमें सैकड़ों की संख्या में विदेशी जमाती भी शामिल हुए थे। इसके बाद सभी राज्यों में इनकी तलाशी के लिए पुलिस ने विशेष अभियान चलाकर सभी को क्वारंटाइन कराया। इस दौरान कई स्थानों पर जमातियों ने कोरोना योद्धाओं पर जानलेवा हमले भी किए।
इस दौरान गृह मंत्रालय की प्रवक्ता ने बताया कि कोरोना संकट के चलते भारत में फँसे विदेशियों की वीजा अवधि बढ़ाई जाएगी। बिना शुल्क वीजा अवधि बढ़ाई जाएगी। फँसे विदेशी तीन मई तक आवेदन कर सकते हैं। साथ ही गृह मंत्रालय ने जानकारी देते हुए बताया कि किसी भी तरह की मदद के लिए 112 पर कॉल कर सकते हैं।
आपको बता दें कि देश में कोरोना महामारी से अब तक 488 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि इससे संक्रमित लोगों की संख्या 14,378 हो गई है। यही कारण है कि सरकार ने इसकी रोकथाम के लिए लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाकर 3 मई कर दिया है।