भारत ने मोबाइल फोन के निर्यात के मामले में नया रिकॉर्ड स्थापित किया है। वित्तीय वर्ष 2022-23 के आँकड़ों के अनुसार, इस अवधि में भारत ने 85,000 करोड़ रुपए के मोबाइल फोन एक्सपोर्ट किए हैं। बता दें कि भारत सरकार ने देश में मोबाइल फोन की मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं। कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम्स का निर्माण भी स्वदेशी और स्थानीय स्तर पर किया जा रहा है। 2023 में एक्सपोर्ट्स का ये आँकड़ा 1 लाख करोड़ रुपए को पार कराने का लक्ष्य रखा गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ये लक्ष्य भी रखा है कि निर्यात के मामले में अगले साल जब 5 उत्पादों की गिनती हो तो उसमें मोबाइल फोन भी शामिल हो। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्री राजीव चंद्रशेखर भी ये बता चुके हैं। पिछले साल के ताज़ा आँकड़े ‘India Cellular and Electronics Association (ICEA)’ ने जारी किए हैं। इससे पिछले साल के मुकाबले ये आँकड़ा लगभग दोगुना हो गया है। इसका कारण है मोदी सरकार की नीतियाँ।
असल में स्थानीय स्तर पर मोबाइल फोन्स के निर्माण कार्य के लिए केंद्र सरकार कई योजनाएँ भी चला रही हैं। निर्माताओं में छूट दिए जा रहे हैं। ‘प्रोडक्शन लिंक्ड इन्सेन्टिव्स (PLI)’ लॉन्च किए गए हैं। भारत में बने मोबाइल फोन सबसे ज्यादा UAE, अमरीका, नीदरलैंड्स और UK के अलावा इटली में भी निर्यात किए जा रहे हैं। भारत विश्व में अब दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल फोन निर्माता बन गया है। भारत में जितने भी मोबाइल फोन बिक रहे हैं, उनमें से 97% स्वदेश निर्मित ही हैं।
India surpasses Rs 85,000 cr worth mobile phone exports in FY23
— Aashish Chandorkar (@c_aashish) April 8, 2023
https://t.co/7Spu8bMAZq
इतना ही नहीं, 2027 तक तो Apple के 45-50% मोबाइल फोन भारत में ही बनने वाले हैं। इसके बाद भारत चीन के मुकाबले खड़ा हो जाएगा, जहाँ 80-85% iPhone बन रहे हैं। चीन से बाहर मोबाइल निर्माता निकल रहे हैं, जिसका सबसे बड़ा फायदा भारत और वियतनाम को ही मिलने वाला है। Apple ने तो अकेले दिसंबर के महीने में भारत से 1 बिलियन डॉलर के मोबाइल फोन निर्यात किए हैं। iPhone 12 से लेकर 14 प्लस तक भारत में बन रहे हैं।