मध्य प्रदेश के इंदौर के भंवरकुआँ थाने में सैंकड़ों लोगों का धर्म परिवर्तन कराने का मामला सामने आया है। खबर है कि सेंट अर्नाल्ड रिलिजियस सेंटर (चर्च) में सैंकड़ों हिंदुओं को लालच देकर बुलाया गया और उसके बाद उनका धर्म-परिवर्तन करवाया जा रहा था। इस दौरान विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल संगठन के कार्यकर्ता मौके पर पहुँच गए और उन्हें रोकते हुए पुलिस को मामले की सूचना दी।
रिपोर्ट के अनुसार, मामला भंवरकुआँ थाना क्षेत्र के इंद्रपुरी का है। यहाँ सत्य प्रकाशन संचार केंद्र में लगभग 150 से अधिक लोगों को हिन्दू धर्म छोड़ कर ईसाई धर्म अपनाने के लिए बरगलाया जा रहा था। इसकी सूचना पाकर हिंदू संगठनों के लोगों ने मौके पर पहुँच कर जम कर प्रदर्शन किया।
दरअसल, हिन्दू संगठनों का आरोप है कि यहाँ 150 लोगों को धर्म-परिवर्तन कराने के लिए इकट्ठा किया गया था। इनके अनुसार झाबुआ, नागदा, देवास सहित इंदौर के चंदन नगर क्षेत्र से गरीब परिवारों को यहाँ लाकर जबरन धर्म-परिवर्तन करवाया जा रहा था।
आरोप लगे संस्था के फादर जोमोन का कहना है कि यह कम्युनिकेशन सेंटर है और धर्मांतरण से उनका कोई लेना देना नहीं है। उनके अनुसार वहाँ दो हॉल हैं, जहाँ प्रार्थना की जाती है। और वो इसे सार्वजनिक कार्य के लिए भी उपलब्ध करवाते हैं। उन्होंने तर्क दिया कि जो भी ग्रुप वहाँ आया, उसने क्या किया, उनको जानकारी नहीं। हंगामा होने के बाद वो देखने आए।
जब पूरे मामले की सूचना पुलिस को लगी तो मौके पर पहुँच कर हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं को शांत किया और उचित कार्रवाई का आश्वासन देकर उन्हें रवाना किया। कथित तौर पर भंवरकुआँ पुलिस ने मौके पर पहुँचकर 11 से अधिक लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। इसमें से 9 लोगों को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है। पुलिस पूरे मामले की तहकीकात में जुटी है।
धर्म-परिवर्तन को लेकर पीड़ितों ने कहा कि वो अपनी मर्जी से आए थे। बताया गया कि किसी भी प्रकार की समस्या वहाँ ठीक हो जाती है। एक महिला ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, “प्रवचन करने से सारे बिगड़े काम बन जाते हैं, जो भी आएगा परमेश्वर के करीब… वह ठीक होकर जाएगा। यहाँ आकर गूंगे-बहरे सब ठीक हो जाते हैं।”