Sunday, December 22, 2024
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भोपाल की बंद फैक्ट्री में बनाते थे मेफेड्रोन, NCB-गुजरात ATS की रेड में ₹1800 करोड़ की ड्रग्स मिली: अमृतसर में पकड़ाई कोकीन की खेप से मिला था सुराग

NCB और ATS ने इस ऑपरेशन में 1800 करोड़ रुपये की मेफेड्रोन (एमडी) ड्रग्स बरामद की। यह छापा भोपाल के कटारा हिल्स थाना क्षेत्र में एक फैक्ट्री पर मारा गया। इस दौरान दो आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है।

भोपाल से ड्रग्स की एक बड़ी खेप बरामद की गई है, जिसकी कीमत लगभग 1800 करोड़ रुपये बताई जा रही है। यह छापा नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) और गुजरात एंटी-टेररिज्म स्क्वॉड (ATS) की संयुक्त कार्रवाई का नतीजा है। इस ऑपरेशन में भोपाल के पास स्थित बगरोदा इंडस्ट्रियल एरिया में एक फैक्ट्री पर छापेमारी की गई, जहाँ बड़ी मात्रा में एमडी ड्रग्स बनाई जा रही थी। इस फैक्ट्री से ड्रग्स बनाने के उपकरण और कच्चे माल भी जब्त किए गए हैं।

फैक्ट्री से 1800 करोड़ की ड्रग्स जब्त

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, NCB और ATS ने इस ऑपरेशन में 1800 करोड़ रुपये की मेफेड्रोन (एमडी) ड्रग्स बरामद की। यह छापा भोपाल के कटारा हिल्स थाना क्षेत्र में एक फैक्ट्री पर मारा गया। इस दौरान दो आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपितों की पहचान सान्याल प्रकाश बाने और अमित चतुर्वेदी के रूप में हुई है। शुरुआती जाँच में पता चला है कि ये लोग पिछले 6-7 महीनों से इस फैक्ट्री में ड्रग्स बना रहे थे।

आरोपित पहले भी हुआ था गिरफ्तार

गिरफ्तार आरोपित सान्याल प्रकाश बाने पहले भी 2017 में मुंबई पुलिस द्वारा ड्रग्स मामले में पकड़ा जा चुका है। पाँच साल जेल में रहने के बाद रिहा होने पर उसने अपने साथी अमित चतुर्वेदी के साथ मिलकर फिर से ड्रग्स का अवैध धंधा शुरू कर दिया। दोनों ने भोपाल के बागरोदा औद्योगिक क्षेत्र में एक शेड किराए पर लेकर मेफेड्रोन (एमडी) ड्रग्स बनाने की फैक्ट्री लगाई थी। यह फैक्ट्री हर दिन लगभग 25 किलोग्राम मेफेड्रोन (एमडी) ड्रग्स बनाने की क्षमता रखती थी।

पंजाब में भी ड्रग्स की बड़ी खेप बरामद

इस ऑपरेशन से कुछ दिन पहले ही पंजाब के अमृतसर में 10 करोड़ रुपये की कोकीन भी बरामद की गई थी। यह कार्रवाई दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने की थी। पुलिस ने अमृतसर के नेपाल गाँव से एक फॉर्च्यूनर गाड़ी में छिपाकर रखी गई कोकीन की खेप को जब्त किया। पुलिस की शुरुआती जांच में यह सामने आया कि यह खेप दुबई और यूके से भेजी जा रही थी। अमृतसर की इस कार्रवाई में आरोपित जितेंद्र उर्फ जस्सी की गिरफ्तारी हुई थी, जिसकी निशानदेही पर पुलिस ने यह बड़ी बरामदगी की थी।

भोपाल पुलिस को रखा गया दूर

गुजरात ATS और NCB द्वारा की गई इस रेड में भोपाल पुलिस को दूर रखा गया था। यह छापा अचानक मारा गया और स्थानीय पुलिस को इस बारे में कोई पूर्व जानकारी नहीं दी गई थी। गुजरात से आए अधिकारी बिना नंबर प्लेट की गाड़ियों में पहुँचे और उन्होंने फैक्ट्री में छापा मारा। फैक्ट्री के अंदर से ड्रग्स बनाने के उपकरण और कच्चे माल के साथ ही तैयार ड्रग्स की बड़ी खेप बरामद की गई।

इस बड़ी कामयाबी पर गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी ने ट्वीट कर ATS और NCB की तारीफ की। उन्होंने कहा, “ड्रग्स के खिलाफ हमारी जंग में यह एक बड़ी जीत है। भोपाल में की गई इस कार्रवाई से ड्रग्स के खिलाफ हमारी लड़ाई को मजबूती मिली है। एनसीबी और एटीएस की कड़ी मेहनत और प्रतिबद्धता की जितनी तारीफ की जाए, वह कम है।”

उन्होंने इस ऑपरेशन को सुरक्षा और समाज के स्वास्थ्य के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया। मंत्री ने यह भी कहा कि कानून प्रवर्तन एजेंसियाँ इसी तरह प्रतिबद्ध रहेंगी ताकि ड्रग्स का कारोबार खत्म हो सके और देश को सुरक्षित बनाया जा सके।

ड्रग्स का अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क

इस घटना से यह साफ हो गया है कि ड्रग्स का कारोबार केवल देश के कुछ हिस्सों तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका नेटवर्क अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैला हुआ है। दुबई और यूके से लेकर भारत के विभिन्न शहरों तक ड्रग्स की सप्लाई हो रही है। इसके लिए अपराधी नए-नए तरीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिसमें फैक्ट्रियों का इस्तेमाल करना, गाड़ियों में छिपाकर तस्करी करना और फर्जी दस्तावेजों का सहारा लेना शामिल है।

NCB और ATS इस मामले की आगे जाँच कर रही है। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि इस ड्रग्स की सप्लाई कहाँ-कहाँ की जा रही थी और इस गिरोह में और कौन-कौन शामिल है। गिरफ्तार आरोपितों से पूछताछ की जा रही है, और जल्द ही और भी गिरफ्तारियाँ होने की संभावना है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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