जम्मू-कश्मीर में वहाँ के मुस्लिमों ने ईरान के जनरल सुलेमानी के मारे जाने के जाने ख़िलाफ़ रैली निकाली। बता दें कि सुलेमानी को अमेरिका ने बग़दाद में मार गिराया था। हज़ारों मुस्लिमों ने अमेरिका और इजरायल के ख़िलाफ़ भड़काऊ नारेबाजी करते हुए सुलेमानी के मारे जाने पर रोष जताया। शुक्रवार (जनवरी 3, 2020) को जुमे की नमाज के कारण घाटी में सुरक्षा-व्यवस्था कड़ी थी। इसके बीच कई शिया बहुल इलाक़ों से लोग इस रैली में शिरकत करने पहुँचे। लद्दाख के कारगिल में हुए इस विरोध-प्रदर्शन के दौरान आक्रोशित मुस्लिमों ने अमेरिका को भला-बुरा कहा।
जम्मू-कश्मीर के बडगाम जिले में हज़ारों की संख्या में मुस्लिमों ने निकल कर जनरल सुलेमानी की मौत के ख़िलाफ़ अपना आक्रोश प्रदर्शित किया। मुस्लिमों ने ‘अल्लाहु अकबर’ जैसे नारे लगाए। वो सभी सुलेमानी के बड़े-बड़े पोस्टर्स अपने हाथों में लिए हुए थे। प्रदर्शनकारियों के नेता ने इस दौरान मुस्लिमों की भीड़ को सम्बोधित करते हुए कहा:
“हम यहाँ अपने महान नेता जनरल सुलेमानी को श्रद्धांजलि देने आए हैं। हम क़ासिम सुलेमानी के प्रति अपने प्यार से पूरी दुनिया को वाकिफ कराना चाहते हैं। इसीलिए, हम सड़कों पर उतरे हैं। क़ासिम सुलेमानी एक शहीद हैं। उन्हें जिस तरह से आतंकवादियों ने क्रूर तरीके से मार डाला, उसके लिए हम अमेरिका की निंदा करते हैं। हमारे दिलों का शहजादा चला गया, शहीद हो गया।”
ईरान के कमांडर जनरल सुलेमानी की मौत से कश्मीरी क्यों हुए नाराज़?
— BBC News Hindi (@BBCHindi) January 3, 2020
General Soleimani
(वीडियोः शफ़ात फ़ारूक़) pic.twitter.com/RXvYhTscBn
ऊपर संलग्न किए गए वीडियो में आप देख सकते हैं कि किस प्रकार से मुस्लिम भीड़ आक्रामक नारेबाजी करते हुए जनरल सुलेमानी की मौत के ख़िलाफ़ अपना आक्रोश दिखा रही है। उधर, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खुलासा किया है कि सुलेमानी पर निर्दोष लोगों की मौत की सनक सवार थी और उसने दिल्ली में भी आतंकी साज़िश को अंजाम दिया था। फ्लोरिडा में अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि दिल्ली में हुई आतंकी घटनाओं के पीछे भी सुलेमानी का हाथ रहा है। उसने लंदन में भी आतंकी घटनाओं को अंजाम दिया था।