दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की गिरफ्तार में आए तीन आतंकियों में से एक रिजवान अशरफ का प्रयागराज कनेक्शन सामने आया है। रिजवान नैनी में रह चुका है। वह फतेहपुर में पैदा हुआ है और गाजियाबाद से उसने पढ़ाई की है। लखनऊ से दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उसे गिरफ्तार किया था।
बताया जा रहा है कि इस्लामिक स्टेट (ISIS) के आतंकी रिजवान का प्रयागराज के नैनी में घर है और वो वहाँ लंबे समय तक रह चुका है। सुरक्षा एजेंसियाँ इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि वह नैनी में किस तरह का नेटवर्क बना रहा था।
हालाँकि अभी तक उस घर की पहचान नहीं हो पाई है। एजेंसियाँ पूरे इलाके की निगरानी कर रही हैं। उसके पास से प्रयागराज में रजिस्टर्ड मोटर साइकिल भी मिली है, जिसका इस्तेमाल वो आने-जाने में कर रहा था।
कई मौलानाओं, मस्जिदों, मदरसों के संपर्क में था रिजवान
आईएसआईएस मॉड्यूल का आतंकी रिजवान अशरफ लखनऊ जाने से पहले नैनी में रह रहा था और लखनऊ जाने के बाद भी उसका प्रयागराज आना जाना रहता था। वो कई मौलानाओं, मदरसों और मस्जिदों के संचालकों के संपर्क में था। इनके संबंधों को भी एजेंसियाँ खंगाल रही हैं।
उसे दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने रिजवान के अलावा शाहनवाज उर्फ शैफी उज्जमा और अरशद वारसी को भी गिरफ्तार किया है। ये तीनों दिवाली से पहले देश के विभिन्न हिस्सों में आतंकी हमलों की तैयारी कर रहे थे। उनके निशाने पर अयोध्या का राम मंदिर भी था, जिसकी ये रेकी भी कर चुके थे।
करैली मॉड्यूल से कनेक्शन?
प्रयागराज में दो साल पहले 2 आतंकी गिरफ्तार हुए थे। इनकी गिरफ्तारी करैली से हुई थी। ये आईएसआईएस से जुड़े आतंकी थे। उस समय भी रिजवान का प्रयागराज आना-जाना था। अब सुरक्षा एजेंसियाँ इस बात की पड़ताल कर रही हैं कि रिजवान का कहीं करैली से जुड़े आतंकियों से कोई कनेक्शन तो नहीं?
दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने किया था गिरफ्तार
बता दें कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इस सप्ताह की शुरुआत में आईएस से जुड़े आतंकियों की गिरफ्तारी के लिए व्यापक अभियान चलाया था। स्पेशल सेल ने शाहनवाज नाम के तीन लाख के ईनामी आतंकी को गिरफ्तार किया था, तो मुरादाबाद से अरशद वारसी को गिरफ्तार किया। वहीं, लखनऊ से रिजवान को गिरफ्तार किया गया।
इन तीनों का आईएस से जुड़ा रहा है। इनमें से अरशद वारसी जामिया मिल्लिया इस्लामिया से पीएचडी कर रहा है और शरजील इमाम का करीबी है। उसी ने पुणे से भागे आतंकी शाहनवाज को दिल्ली में सुरक्षित ठिकाना दिया था। शाहनवाज एनआईए ने गिरफ्तार किया था, लेकिन वह भाग निकला था।