Friday, November 15, 2024
Homeदेश-समाजBJP महिला नेता नुपूर शर्मा की हत्या के लिए ट्विटर पर कट्टरपंथी खुलेआम कर...

BJP महिला नेता नुपूर शर्मा की हत्या के लिए ट्विटर पर कट्टरपंथी खुलेआम कर रहे चर्चा: सुनें ‘कत्लबाजी’ को जायज ठहराने वाली ऑडियो

कट्टरपंथी बोला, "पैगंबर साहब के सामने आवाज उठाना भी गुनाह है। इसका अंदाजा शायद तुम्हें गुनाह करते समय नहीं होगा। पर तुम्हें माफी माँगने या पछताने का मौका भी नहीं मिलेगा।"

भारतीय जनता पार्टी की महिला नेता नुपूर शर्मा की हत्या की बात सरेआम सोशल मीडिया पर कट्टरपंथियों द्वारा की जा रही है। इस बीच उन्हें मारने के लिए ट्विटर पर इस्लामियों के बीच ओपन चर्चा भी हुई है। स्पेस का टाइटल दिया गया- लोकतंत्र, अभिव्यक्ति की आजादी और ईशनिंदा। इस चर्चा का हिस्सा बने एक यूजर ने स्क्रीन रिकॉर्डिंग को शेयर किया है। 

शुरुआत में सुना जा सकता है कि चर्चा में शामिल लोग मलाल कर रहे हैं कि भारत में ईशनिंदा की कोई सजा नहीं है इसलिए वो (हिंदू) इस्लाम मजहब का मजाक उड़ाते हैं। इसके बाद इस्लामी कट्टरपंथी को कई इस्लामी स्कॉलर और फतवों का उदाहण देते हुए ईशनिंदा के आरोपित की हत्या को जायज बताया जा रहा है। कट्टरपंथी बताता है, “एक छोटा उदाहरण लो: अगर कोई पैगंबर मोहम्मद के बॉडी कलर को काला कह देता है तो इतने पर भी भी वो गुस्ताख कहलाएगा और उसकी कत्लबाजी हो जाएगी।”

आगे कट्टरपंथी ‘गुस्ताख-ए-रसूल की नंगी तलवार’ किताब का उदाहरण देकर बताता है, “सोचिए कि अगर पैगंबर के रंग की गलत पहचान करने पर हत्या का फतवा है तो सोचिए कि उसके साथ क्या किया जाना चाहिए। किसी को ईशनिंदा के आरोपित के पक्ष में नहीं आना चाहिए वरना वो भी उसी सजा का हकदार होगा।” आगे कट्टरपंथी उन उदार मुस्लिमों का विरोध भी करता सुनाई पड़ता है जो ईशनिंदा आरोपित को बर्बर ढंग से मारे जाने का विरोध करते हैं। कट्टरपंथी कहता है कि अगर उन मुसलमानों में कोई ईमान बचा है तो उन्हें इस बारे में सोचना चाहिए।

उसने कहा, “पैगंबर साहब के सामने आवाज उठाना भी पाप है। इसका अंदाजा शायद तुम्हें गुनाह करते समय नहीं होगा। पर तुम्हें माफी माँगने या पछताने का मौका भी नहीं मिलेगा। ये वो गुस्ताखी नहीं है जिसे करने पर तौबा कर ली जाए। लेकिन ऐसे गुनाह तौबा करने का समय भी नहीं देता।”

पूरा मामला

बता दें कि 27 फरवरी को टाइम्स नाऊ की एक टीवी डिबेट में नुपूर शर्मा ने हिंदू देवताओं के विरुद्ध की गई टिप्पणी पर सवाल किया था कि क्या वह भी पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी करना शुरू कर दें जैसे उनके भगवान को लेकर ये सब कहा जा रहा है। इस डिबेट के बाद ऑल्ट न्यूज के मोहम्मद जुबेर ने नुपूर की क्लिप को सोशल मीडिया पर साझा किया और उनके सवाल को दंगे भड़काने वाला बताया। इसके बाद कट्टरपंथी उन्हें खुले में मौत की, रेप की धमकियाँ भेजने लगे।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

अंग्रेज अफसर ने इंस्पेक्टर सदरुद्दीन को दी चिट… 500 जनजातीय लोगों पर बरसने लगी गोलियाँ: जब जंगल बचाने को बलिदान हो गईं टुरिया की...

अंग्रेज अफसर ने इंस्पेक्टर सदरुद्दीन को चिट दी जिसमें लिखा था- टीच देम लेसन। इसके बाद जंगल बचाने को जुटे 500 जनजातीय लोगों पर फायरिंग शुरू हो गई।

कश्मीर को बनाया विवाद का मुद्दा, पाकिस्तान से PoK भी नहीं लेना चाहते थे नेहरू: अमेरिकी दस्तावेजों से खुलासा, अब 370 की वापसी चाहता...

प्रधानमंत्री नेहरू पाकिस्तान के साथ सीमा विवाद सुलझाने के लिए पाक अधिकृत कश्मीर सौंपने को तैयार थे, यह खुलासा अमेरिकी दस्तावेज से हुआ है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -