घर-घर अखबार पहुँचा कर अपनी रोजी-रोटी चलाने वाले मन्नूलाल वैष्णव को यह नहीं पता था कि एक दिन इन्हीं अखबारों में उनकी हत्या की खबर छपेगी! हत्या वो भी उस रफीक खान (इंसान या हैवान!) के द्वारा जो इन्हीं के लाए अखबारों को पढ़ता जरूर था लेकिन पैसे देने के नाम पर नजरें चढ़ाता था।
जयपुर के 50 साल के न्यूजपेपर हॉकर (वो आदमी जो हर सुबह हमारे-आपके यहाँ अखबार पहुँचाता है) मन्नूलाल वैष्णव को रफीक ने मार डाला। कुल्हाड़ी से काट डाला। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि मन्नूलाल 5 सितंबर 2019 को सबके घरों में अखबार पहुँचा कर रफीक खान के पास गए। बहुत समय से अपने बकाये 300 रुपए (मात्र 300 रुपए) को लेकर उन्होंने उससे पूछा कि भाई, हिसाब कर दो। लेकिन रफीक ने जवाब दिया – कुल्हाड़ी से। वो पागलों की तरह कुल्हाड़ी से वार करता रहा। हालाँकि बाइक पर बैठे मन्नुलाल कुल्हाड़ी के पहले ही वार से बेसुध होकर गिर पड़े थे, फिर भी वो वार करता रहा।
यह घटना जयपुर के खोनागोरियान थाना क्षेत्र में घटी। हत्यारे रफीक खान को वहाँ मौजूद लोगों ने पकड़ लिया और उसकी धुनाई कर दी। इसके बाद लोगों ने उसे पुलिस के हवाले कर दिया। मरने वाला हिंदू जबकि हत्यारा दूसरे मजहब से है, ऐसे में स्थानीय लोगों में आक्रोश तुरंत फैल गया। उन्होंने स्थानीय थाने के सामने सड़क पर जाम लगा दिया। इस दौरान वहाँ के पूर्व विधायक कैलाशचंद्र वर्मा और अन्य भाजपा नेता भी पहुँच गए।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस के बड़े अधिकारी भी संबंधित थाने पहुँचे। स्थिति को कंट्रोल में रखने के लिए पुलिस का अतिरिक्त जत्था इलाके में तैनात कर दिया गया है। बता दें कि विरोध-प्रदर्शन कर रहे लोगों पर गुरुवार (5 सितंबर 2019) को पुलिस ने लाठी चार्ज भी किया था। इस मामले को ठीक ढंग से कंट्रोल नहीं करने के कारण थाना SHO को सस्पेंड कर दिया गया है।