उत्तर प्रदेश के जालौन में एक दलित लड़की की हत्या के बाद सोशल मीडिया पर इसे जाति का रंग देते हुए कहा जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में दलित सुरक्षित नहीं हैं। इस घटना का वीडियो और तस्वीरें भी सामने आईं, जिनमें देखा जा सकता है कि बीच सड़क पर लड़की का शव पड़ा हुआ है। हत्यारे बाइक से आए थे। लड़की बीए की परीक्षा देकर लौट रही थी। बीच चौराहे पर सिर पर सटा कर गोली मारी गई। स्थानीय कोतवाली से 200 मीटर की दूरी पर पल्सर सवार युवकों ने इस घटना को अंजाम दिया।
20 वर्षीय रोशनी अहिरवार ऐँधा गाँव की है। राम लखन पटेल महाविद्यालय में बीए सेकेंड ईयर की छात्रा की हत्या सोमवार (17 अप्रैल, 2023) को दोपहर 11:40 बजे हो गई। आसपास के लोग दौड़े, तब तक युवक भाग चुके थे। उसकी बहन शीलम भी इसी कॉलेज में फाइनल ईयर में पढ़ती थी और साथ आती-जाती थी, लेकिन छुट्टियों की वजह से वो इस बार साथ नहीं थी। परिजनों ने राज अहिरवार का नाम आरोपित के रूप में लिया है, कदौरा थाना क्षेत्र के जमरेही गाँव का रहने वाला है।
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार भी कर लिया है और उसके साथी की तलाश जारी है। इस हत्याकांड के बाद दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद कर ली थीं। घटनास्थल से छात्रा का मोबाइल फोन और एडमिट कार्ड मिला। पुलिस कॉल डिटेल्स निकलवा रही है। एसपी ने बताया है कि पुलिस के पास पुख्ता सबूत हाथ लग गए हैं। हमलावर तमाचा छोड़ कर फरार हुए थे। यूपी पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 4 टीमें गठित की, ताकि हत्यारों की धर-पकड़ की जा सके।
अब सोशल मीडिया पर कैसे इस घटना को लेकर प्रोपेगंडा फैलाया जा रहा है, वो देखिए। एक लड़की की दुःखद हत्या हो गई और एजेण्डाबाज इसके सहारे अपनी राजनीति चमकाने में लग गए हैं। ‘दलित टाइम्स’ नामक प्रॉपगैंडा हैंडल ने लिखा, “यूपी में नहीं रुक रहे हैं दलितों पर अत्याचार। उत्तर प्रदेश के जालौन में बाइक सवार दो युवकों ने दिन दहाड़े एक दलित छात्रा की गोली मारकर हत्या कर दी।” ये सब तब किया जा रहा है, जब हत्यारे भी ‘अहिरवार’ ही हैं, जो सरनेम मृतका और उसके परिवार का है।
इसी तरह, ‘Molitics’ नामक मीडिया संस्थान ने भी इस घटना को जाति का रंग दिया। उसने लिखा, “यूपी के जालौन में 22 वर्षीय दलित बेटी रोशनी अहिरवार की कॉलेज से घर लौटते वक़्त बाइक सवार 2 बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी।” अगर उसने थोड़ी और जानकारी जुटाने की कोशिश की होती तो पता चलता कि रोशनी अहिरवार का हत्यारा राज अहिरवार है। इसे जातिवादी मानसिकता के सहारे दंगे भड़काने की कोशिश नहीं तो और क्या कहा जा सकता है?
कुछ अन्य मीडिया संस्थानों और सोशल मीडिया के एजेंडाबाजों ने भी कैसे इस घटना पर प्रोपेगंडा फैलाने की, वो देखिए नीचे आप देख सकते हैं। इन सभी में एक बात कॉमन थी कि तंज कसने के लिए इनमें से अधिकतर ने ‘रामराज्य’ शब्द का इस्तेमाल किया। साथ ही ‘उत्तर प्रदेश में जंगलराज’ होने का भी दावा किया। ये वही गिरोह है, जो अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या पर इन दोनों के महिमामंडन में जुटा हुआ है।
उत्तर प्रदेश के जालौन में दलित परिवार में जन्मी बेटी रोशनी आज BA की परीक्षा देकर घर लौट रही थी
— किसान (@Farmers_icon) April 17, 2023
हमलावरों ने दिनदहाड़े बरसाई गोलियां रोशनी की जान चली गई
बेटी पढ़ना चाहती थी आगे बढ़ना चाहती थी https://t.co/htmyBXssTd
उत्तर प्रदेश के जालौन में दलित परिवार में जन्मी बेटी रोशनी आज BA की परीक्षा देकर घर लौट रही थी
— ABDUR RAHEEM🇮🇳 (@ARPATHAN9326) April 17, 2023
हमलावरों ने दिनदहाड़े बरसाई गोलियां रोशनी की जान चली गई
बेटी पढ़ना चाहती थी आगे बढ़ना चाहती थी@Uppolice https://t.co/c9FxwkqieA
जालौन जिले के ऐट कस्बे मे दिनदहाडे कोतवाली से महज 200 मीटर दूर दलित युवती की गोली मारकर हत्या
— किट्टू40k✍️ (@Kittupmaurya) April 17, 2023
उत्तरप्रदेश मे दिनदहाडे गोली मारने का सिलसिला चालू है
यूपी मे जंगलराज pic.twitter.com/uXsDZETmCK
यूपी में नहीं रुक रहे हैं दलितों पर अत्याचार। उत्तर प्रदेश के जालौन में बाइक सवार दो युवकों ने दिन दहाड़े एक दलित छात्रा की गोली मारकर हत्या कर दी .@jalaunpolice@dgpup pic.twitter.com/cVN4bBUt2q
— Voice of Dalits (@Voice_Dalits) April 17, 2023
जालौन पुलिस ने भी इस संबंध में बयान जारी किया है। पुलिस ने बताया है कि राज और रोशनी एक वर्ष से भी अधिक समय से एक-दूसरे के संपर्क में थे और उनकी आपस में बातचीत भी सोशल मीडिया के माध्यम से होती थी। ये दोनों मिलते-जुलते भी थे, लेकिन 2 माह पूर्व विवाद होने के कारण लड़की ने राज से बातचीत बंद कर दी थी। राज ने कई बार प्रयास किया, लेकिन लड़की ने उससे बात नहीं की। इसके बाद राज ने अपने ममेरे भाई के साथ बाइक से इस हत्याकांड को अंजाम दिया।
एसओजी/सर्विलांस टीम जालौन एवं थाना एट पुलिस द्वारा हत्या की घटना में शामिल अपराधी से हुई मुठभेड़ के दौरान पैर में गोली लगने से अपराधी घायल /गिरफ्तार करने के सम्बन्ध में पुलिस अधीक्षक जालौन द्वारा दी गयी बाइट । https://t.co/nObM4r0Q3b pic.twitter.com/zrGGCbMNT9
— JALAUN POLICE (@jalaunpolice) April 17, 2023
राज अहिरवार ने घटनास्थल से कुछ दूरी पर गाड़ी की नंबर प्लेट फेंक दी थी। पुलिस उसे लेकर जब घटनास्थल पर उस नंबर प्लेट को रिकवर करने पहुँची तो उसने एक पुलिसकर्मी की पिस्टल छीन कर गोली चलाया और भागने का प्रयास किया। आत्मरक्षा में पुलिस ने भी गोली चलाई, जिसके बाद वो घायल हुआ है। दोनों एक ही जाति के थे, ऐसे में दोनों के घर वाले भी पहले शादी के लिए तैयार थे। अब बताइए, इस घटना को लेकर ‘दलित सुरक्षित नहीं हैं’ वाला प्रोपेगंडा कहाँ तक उचित है?