Monday, December 23, 2024
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नमाज के लिए निकला ‘डॉ. बम’ लापता, परोल पर बाहर था मुंबई धमाकों का गुनहगार

जलीस अंसारी को राजस्थान स्थित अजमेर केंद्रीय कारागार से 21 दिनों के परोल पर रिहा किया गया था। शुक्रवार को परोल का आखिरी दिन था। इस दौरान उसे रोज थाने में हाजिरी लगानी थी। लेकिन, गुरुवार को बेटे ने थाने पहुॅंचकर बताया कि वह गायब है।

साल 1993 में मुंबई में हुए सीरियल ब्लास्ट का दोषी और डॉ. बम के नाम से जाना जाने वाला कुख्यात आतंकी जलीस अंसारी गुरुवार (जनवरी 16, 2020) को मुंबई से लापता हो गया। उसे अजमेर जेल से 21 दिन के
परोल पर छोड़ा गया था। शुक्रवार (जनवरी 17, 2020) को यानी आज उसकी परोल अवधि खत्म हो रही थी और उसे अजमेर जेल पहुँचना था।

दोपहर को उसके बेटे जैद ने पिता के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के मुताबिक जलीस अंसारी तड़के उठा और घरवालों से नमाज पढ़ने की बात कहकर निकला। लेकिन वापस नहीं लौटा। जैद की शिकायत पर पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कर लिया है। मुंबई पुलिस की अपराध शाखा और महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधक दस्ता उसकी तलाश कर रही है।

मामले की जानकारी देते हुए अधिकारी ने बताया, परोल की अवधि के दौरान अंसारी को रोजाना सुबह साढ़े दस बजे से 12 बजे के बीच अग्रीपाडा थाने आकर हाजिरी लगाने को कहा गया था, लेकिन वह गुरुवार को निर्धारित समय पर नहीं पहुँचा। उन्होंने बताया कि दोपहर को अंसारी का 35 वर्षीय बेट जैद अंसारी पुलिस थाने पहुँचा और पिता के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई।

गौरतलब है कि अंसारी अग्रीपाडा थाने के अंतर्गत मोमिनपुर का रहने वाला है और अजमेर बम धमाके मामले में उम्र कैद की सजा काट रहा है। इसके अलावा वह देश के विभिन्न हिस्सों में हुए कई धमाकों में भी सदिंग्ध है।

अधिकारियों के मुताबिक अंसारी को राजस्थान स्थित अजमेर केंद्रीय कारागार से 21 दिनों के परोल पर रिहा किया गया था, वो भी इस शर्त पर कि उसे हर रोज 10 से 12 बजे के बीच आकर हाजिरी लगानी होगी। हालाँकि बीते बुधवार तक ये प्रक्रिया चलती रही। वो पुलिस थाने में आकर हाजिरी लगाता रहा, लेकिन गुरुवार को उसकी जगह उसका बेटा थाने पहुँचा और बताया कि जलीस लापता है। इसके बाद पुलिस ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की और जाँच में जुट गई।

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उन्होंने जलीस को ढूँढने के लिए पुलिस लगा दी है। अब वे अजमेर से खबर आने का इंतजार कर रहे हैं। मुमकिन है जलीस वहाँ से आत्मसमर्पण करने अजमेर जाने के लिए निकल चुका हो।

उल्लेखनीय है कि देशभर में 50 से ज्यादा बम हमलों के आरोपित आतंकी जलीस को बम बनाने में महारत हासिल है। इसके कारण उसे डॉ. बम भी कहते हैं। वह सिमी और इंडियन मुजाहिदीन जैसे आतंकवादी संगठनों से जुड़ा था और उन्हें बम बनाना सिखाता था।

यही कारण है कि उसके गायब होने की जानकारी मिलते ही महाराष्ट्र एटीएस, मुंबई क्राइम ब्रांच समेत अन्य सुरक्षा एजेंसियाँ अलर्ट हो गई है। महाराष्ट्र की एटीएस, मुंबई, क्राइम ब्रांच समेत अन्य सुरक्षा एजेंसियाँ उसकी खोज पड़ताल में जुट गई हैं। उसकी तलाश में जगह-जगह छापेमारी जारी है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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