जम्मू कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में एक हिन्दू युवक को इस्लाम मजहब अपनाने के लिए मजबूर किया गया और साथ ही उससे कलमा भी पढ़वाया गया। घटना शुक्रवार (5 अप्रैल, 2024) की है। हरियाणा का रहने वाला संदीप नामक पीड़ित कश्मीरी परिवार के यहाँ काम करता है। उसने आरोप लगाया है कि दरगाह हज़रतबल पर जुमत-उल-विदा नामक की दुआ के दौरान शहादा देने (ये दोहराना कि अल्लाह के अलावा कोई और ईश्वर नहीं है) और कलमा पढ़ने के लिए मजबूर किया गया।
इस्लामी धर्मांतरण का वीडियो भी सामने आया है। इसमें देखा जा सकता है कि हज़रतबल दरगाह का इमाम और खतीब कमाल फारूकी संदीप से पूछते दिख रहे हैं कि क्या वो स्वेच्छा से इस्लाम कबूल कर रहा है या फिर उसे मजबूर किया जा रहा है? इस पर हिन्दू युवक कहता है कि वो अपनी इच्छा से इस्लाम अपना रहा है। इसके बाद कमाल फारूकी कलमा पढ़ता है और संदीप इसे दोहराता है। दरगाह पर इस घटना के दौरान हजारों मुस्लिमों की भीड़ जुटी थी।
इसके बाद इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। अगले ही दिन पुलिस ने इस घटना की जाँच शुरू की और पाया कि संदीप कुमार को नौहट्टा के रहने वाले अनायत मुन्तज़िर द्वारा मानसिक रूप से भ्रमित किया गया था। नौहट्टा मुन्तजिर वही व्यक्ति है, जिसके घर में संदीप काम कर रहा था। वही संदीप को लेकर दरगाह पर गया था। नागिन पुलिस थाने में इस संबंध में FIR दर्ज की गई है। इसमें IPC की धारा-188 (सरकारी निर्देशों का उल्लंघन), 298 (धार्मिक उन्माद भड़काने के लिए कुछ कहना), 153 (दंगे भड़काने की साजिश) और 153A (धर्म-नस्ल के आधार पर घृणा फलाना) लगाई गई है।
Kashmir: A non-local from Haryana namely Sandeep accepts Islam in Dargah Hazratbal Srinagar, Now his new name is Mohammad Abdullah: pic.twitter.com/E7IsWCUWJs
— Aamir Bhat (@bhataamir930) April 5, 2024
पुलिस ने FIR में लिखा है कि इस घटना को लेकर जम्मू कश्मीर के बाहर से भी प्रतिक्रियाएँ आई हैं। एक सब-इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी को इस मामले की जाँच की जिम्मेदारी दी गई है। उससे कहा गया है कि जाँच पूरी होने के बाद वो पुलिस अधीक्षक (SP) को रिपोर्ट भेजे। अनायत मुन्तज़िर को भी इसमें आरोपित बनाया गया है। पुलिस ने कहा है कि ये घटना सांप्रदायिक शांति और सहिष्णुता को लेकर सवाल उठाती है। लोगों के बीच इस वीडियो को लेकर तनाव फैला है।