जम्मू-कश्मीर के राजौरी में बुधवार (1 दिसंबर) को ट्रैफिक पुलिस के एक जवान पर हमला हुआ था, जिसकी जिम्मेदारी कुख्यात आतंकी संगठन ISIS ने ली है। जिम्मेदारी लेने के साथ-साथ इस जेहादी संगठन ने एक वीडियो भी जारी है, जिसमें स्पष्ट दिख रहा है कि इस हमले को कैसे अंजाम दिया गया। आतंकी ने इस घटना की वीडियो भी खुद बनाया था।
ISIS द्वारा जारी लगभग 15 सेकेंड के इस वीडियो में दिख रहा है कि एक ट्रैफिक पुलिस का एक जवान सड़क पर गाड़ियों की भीड़ के बीच ट्रैफिक को नियंत्रित कर रहा है, तभी एक आतंकी जवान को निशाना बनाते हुए गोली चलाता है। आतंकी द्वारा चलाई गई गोली लगते ही जवान सड़क गिर जाता है। उसके बाद आतंकी एक बार और फायर करता है और धार्मिक नारे लगाता है।
कश्मीर में लोन वुल्फ अटैक का यह बेहद संगीन मामला है। इस तरह के हमले को लोन वुल्फ अटैक कहा जाता है। इस तरह के हमले को आतंकी अकेला अंजाम देता है। इस तरह के हमले पश्चिमी देशों में ज्यादा देखने को मिले हैं। भारत में इस तरह के आतंकी हमले ना के बराबर हैं। हालाँकि, ISIS द्वारा इस घटना की जिम्मेदारी लेने के बाद लोन वुल्फ अटैक को लेकर एजेंसियाँ सतर्क हो गई हैं।
कश्मीर में ISIS ने ली पुलिस के जवान की गोली मारकर हत्या करने की ज़िम्मेदारी..जारी किया वीडियो pic.twitter.com/E68lQzNbxv
— Newsroom Post (@NewsroomPostCom) December 3, 2021
आतंकियों ने इस घटना को जम्मू-कश्मीर के राजौरी के कदल एरिया में अंजाम दिया था। घटना में घायल जवान की हालत गंभीर बनी हुई है। कश्मीर के श्रीनगर के एसएमएचएस अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। बताया जाता है कि इस हमले में जिस पिस्टल का इस्तेमाल हुआ था, उसी से अक्टूबर में एक गैर-कश्मीरी स्ट्रीट वेंडर की हत्या की गई थी।
वहीं, जम्मू-कश्मीर के बारामूला में लश्कर-ए-तैयबा के एक आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ करते हुए सुरक्षा बलों ने गुरुवार (2 दिसंबर) को तीन आतंकियों को गिरफ्तार किया गया था। ये आतंकी पट्टन इलाके के वुसन में भागने की कोशिश कर रहे थे। इसी दौरान कश्मीर पुलिस ने सेना और एसएसबी के जवानों के साथ मिलकर इन्हें पकड़ लिया था।
ये तीनों आतंकी कश्मीर के बांदीपोरा जिले के रहने वाले हैं। इनकी पहचान गुंड जहांगीर के रहने वाले आसिफ अहमद रेशी, मेहराजुद्दीन डार और फैसल हबीब लोन के रूप में हुई है। जाँच के दौरान पता चला के ये तीनों आतंकी लश्कर के स्लीपर सेल के रूप में करते हैं और 17 नवंबर को पलहलान में हुए ग्रेनेड हमले में शामिल थे।
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में हाल के दिनों में आतंकी घटनाओं में वृद्धि देखी जा रही है। हाल के महीनों में घाटी में आतंकियों ने गैर-मुस्लिमों को निशाना बनाया था। इनमें एक कश्मीर पंडित दवा व्यवसायी, एक कश्मीर पंडित और एक सिख टीचर के साथ-साथ बिहार के गैर-मुस्लिम स्ट्रीट वेंडरों को निशाना बनाकर हत्या की गई थी। इनन टारगेट किलिंग को देखते हुए सुरक्षा बलों ने आतंकियों के खिलाफ सघन अभियान चलाया और कई आतंकियों को मार गिराने में सफलता पाई।