केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में भगवान वेंकटेश्वर के भव्य मंदिर बनने का रास्ता साफ हो गया है। तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) को जमीन देने के प्रस्ताव पर प्रशासनिक परिषद ने मुहर लगा दी है। परिषद की श्रीनगर में हुई बैठक में टीटीडी को मंदिर एवं अन्य सुविधाओं के निर्माण के लिए 496 कनाल 17 मरले (लगभग 62 एकड़ अथवा ढाई लाख वर्ग मीटर) जमीन देने का फैसला हुआ है। जम्मू में यह जमीन 40 साल के लीज पर दी जाएगी। बैठक की अध्यक्षता जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने की।
इस भूमि पर टीटीडी मंदिर के अलावा वेद पाठशाला, आध्यात्म केंद्र और आवास जैसी अन्य सुविधाओं का निर्माण करेगा। निकट भविष्य में स्वास्थ्य एवं शिक्षा सुविधाओं के निर्माण का लक्ष्य रखा गया है। इसका उद्देश्य जम्मू में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना है। जम्मू और कटरा के बीच बनने वाला यह मंदिर तिरुपति वेंकटेश्वर मंदिर की प्रतिकृति होगा। टीटीडी ने वैदिक स्कूल और अस्तपाल के साथ दो वर्षों में मंदिर निर्माण की बात कही है।
तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम बोर्ड का गठन सरकार ने टीटीडी एक्ट 1932 एक्ट के तहत किया था। यह ट्रस्ट आंध्र प्रदेश के तिरुपति में स्थित भगवान वेंकटेश्वर के भव्य मंदिर की प्रशासनिक जिम्मेदारी देखता है।
जम्मू में टीटीडी के इस प्रोजेक्ट के पूरा हो जाने के बाद धार्मिक पर्यटन एवं क्षेत्र में आर्थिक अवसरों में भी वृद्धि होगी। जम्मू में बाबा अमरनाथ और माता वैष्णो देवी के बाद भगवान वेंकटेश्वर का मंदिर भी श्रद्धालुओं के लिए आस्था का बड़ा केंद्र बन सकता है। जम्मू-कश्मीर प्रशासन इसी वर्ष फरवरी में श्रीवारी मंदिर के निर्माण के लिए भी 100 एकड़ भूमि दे चुका है।
जम्मू-कश्मीर के अलावा टीटीडी ने भगवान वेंकटेश्वर का भव्य मंदिर वाराणसी और मुंबई में भी बनाने की योजना बना रखी है। चेन्नई, विशाखापत्तनम और भुवनेश्वर में मंदिरों का निर्माण जारी है। टीटीडी हैदराबाद, कुरुक्षेत्र और कन्याकुमारी में पहले ही श्री वेंकटेश्वर स्वामी का मंदिर बना चुका है और ये आस्था के बड़े केंद्र बनकर उभरे हैं।