समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान को जौहर यूनिवर्सिटी के मामले में तगड़ा झटका लगा है। रामपुर जिला जज ने आजम खान की अपील को खारिज करते हुए जौहर यूनिवर्सिटी के गेट को गिराने के आदेश को बरकरार रखा है। कोर्ट द्वारा अर्जी खारिज किए जाने के बाद अब यूनिवर्सिटी का गेट गिराया जाएगा। हालाँकि, कोर्ट ने जुर्माना की राशि को लेकर राहत दी है। जुर्माने की राशि सवा तीन करोड़ रुपए से घटाकर 1.63 करोड़ रुपए कर दी है।
इस मामले में बीजेपी नेता आकाश सक्सेना ने शिकायत दर्ज करवाई थी, जिसके बाद एसडीएम सदर की कोर्ट में वाद दर्ज किया गया था। एसडीएम सदर पीवी तिवारी ने गेट को तोड़ने का आदेश दिया था। वहीं, एसडीएम सदर की कोर्ट के आदेश के खिलाफ सपा सांसद आजम खान ने जिला रामपुर की कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।
दो सालों तक मुकदमा चलने के बाद सोमवार (2 अगस्त 2021) को जिला सत्र न्यायाधीश कोर्ट ने आजम खान की जौहर विश्वविद्यालय गेट संबंधित अपील को खारिज कर दिया। कोर्ट ने तत्कालीन एसडीएम पीपी तिवारी के गेट के गिराने संबंधित आदेश को मान्य रखा है।
इस संबंध में वादी आकाश सक्सेना ने बताया कि 2019 में उनके द्वारा एक शिकायत की गई थी कि जौहर यूनिवर्सिटी का गेट सरकारी भूमि पर है। उसकी सड़क पीडब्ल्यूडी द्वारा बनाई गई है। इस सड़क को लगभग 13 करोड़ की लागत से बनवाई गई थी, उस पर जौहर यूनिवर्सिटी का गेट बना हुआ है।
अर्जी खारिज होने के बाद बीजेपी नेता आकाश सक्सेना ने कहा कि प्रशासन को कोर्ट के फैसले का संज्ञान लेते हुए जल्द ही सरकारी भूमि पर बने गेट को तोड़ने की कार्यवाही करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अतिक्रमण की वजह से गांव के लोगों को आने-जाने में दिक्कत होती है। मालूम हो कि आजम खान के खिलाफ जौहर यूनिवर्सिटी को लेकर कई मामले दर्ज हैं।
इससे पहले उत्तर प्रदेश के भू-माफिया आजम खान की जौहर यूनिवर्सिटी की दीवार पर प्रशासन ने बुलडोजर चलाया था। प्रशासन द्वारा जौहर यूनिवर्सिटी की दीवार को कई जगह से जेसीबी मशीन से तोड़कर उसके अंदर कब्जा किए गए सरकारी चकरोड से कब्जे को हटाया गया था। अधिकारियों ने इस घटना के संबंध में जौहर यूनिवर्सिटी प्रशासन को पहले ही नोटिस जारी कर दिया था। इस मामले में तीन थानों की फोर्स ने मिलकर लगभग 17 बीघा जमीन पर बनी तीन मीटर दीवार को तोड़कर रास्ता बनाया।
गौरतलब है कि सपा सांसद आजम खान रामपुर स्थित इस यूनिवर्सिटी के कुलपति हैं। आजम पिछले लंबे समय से जेल में बंद थे, जहाँ पर उनकी तबीयत खराब हो गई थी। आजम खान को लखनऊ स्थित अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जौहर यूनिवर्सिटी के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने हाल ही में आजम के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था। केंद्रीय जाँच एजेंसी ने रामपुर के डीएम को एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने कई तरह की जानकारियाँ माँगी थीं।