झारखंड के एक स्कूल में ‘जय श्रीराम’ (Jai Shri Ram) बोलने पर पूरी कक्षा को दो दिनों के लिए सस्पेंड करने का मामला सामने आया है। विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने शिक्षा विभाग से मामले की जाँच कर कार्रवाई की माँग की है। वहीं स्कूल की प्रिंसिपल का कहना है कि अनुशासनहीनता और शिक्षक का आदेश नहीं मानने पर छात्रों पर कार्रवाई की गई थी।
दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार यह मिशनरी स्कूल बोकारो जिले के गोमिया में है। लोयोला स्कूल की प्रिंसिपल ने कथित तौर पर जय श्रीराम बोलने के कारण 10वीं कक्षा के सभी छात्रों को दो दिन के लिए सस्पेंड कर दिया। 11 अप्रैल 2023 को इन छात्रों के अभिभावकों से भी स्कूल में आने को कहा गया था। उसके बाद यह मामला प्रकाश में आया।
विहिप धनबाद विभाग के मंत्री विनय कुमार ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ जिला शिक्षा पदाधिकारी को पत्र लिखा है। जाँच कर कार्रवाई करने को कहा है। उनका कहना है कि 5 अप्रैल को कक्षा के दौरान किसी बच्चे ने जय श्रीराम बोल दिया। इसके बाद सजा के तौर पर कक्षा के सभी छात्रों को तत्काल अगले चार पीरियड के लिए सस्पेंड कर दिया। फिर यह सजा छह अप्रैल तक के लिए बढ़ा दी गई। रिपोर्ट में स्कूल की प्रिंसिपल अलिशा मंजुनी के हवाले से कहा गया है कि छात्रों को एक ही दिन के लिए ही सस्पेंड किया गया था। उन्होंने यह भी कहा है कि सभी बच्चों पर यह कार्रवाई नहीं की गई थी। ABP न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार मामला राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के संज्ञान में भी लाया गया है। कलेक्टर ने स्कूल को नोटिस जारी किया है।
इससे पहले झारखंड के गिरिडीह जिले के एक सरकारी स्कूल से भी इसी तरह का मामला सामने आया था। इस घटना में कक्षा के ब्लैकबोर्ड पर ‘जय श्रीराम’ लिखने के कारण में छात्र की बेरहमी से पिटाई की गई थी। गिरिडीह के पालमो पंचायत के उत्क्रमित मध्य विद्यालय की यह घटना थी। चौथी कक्षा में पढ़ने वाले एक छात्र ने 8 जुलाई 2022 को ब्लैक बोर्ड पर जय श्रीराम लिख दिया था। उसके अगले दिन प्रिंसिपल मोहम्मद अबुल कलाम ने उसे जमकर पीटा था।