झारखंड के एक सरकारी अस्पताल में डॉक्टर ने पेट दर्द की शिकायत लेकर आई 55 साल की महिला को कंडोम लेने को कहा। डॉक्टर को बर्खास्त कर दिया गया है। घटना राज्य के पूर्वी सिंहभूम जिले के घाटशिला सब-डिविजन अस्पताल की है। डॉक्टर की पहचान अशरफ बदर के रूप में हुई है। वह कॉन्ट्रैक्ट पर काम कर रहा था।
महिला ने अपनी शिकायत में कहा है कि 23 जुलाई को पेट दर्द होने पर वह डॉक्टर के पास गई। उसने पर्चे पर कंडोम लेने के लिए लिख दिया। महिला इस पर्चे के साथ मेडिकल शॉप पर गई, तो दुकानदार ने महिला को बताया कि उसके पर्चे पर लिखी गई दवा कंडोम है। इसके बाद पीड़िता ने डॉक्टर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। मामले की जाँच के लिए डिप्टी कमिश्नर रविशंकर शुक्ला ने 3 सदस्यीय टीम का गठन किया। जिसमें जिला सर्विलेंस अधिकारी डॉ. साहिर पाल, डॉ. प्रभाकर भगत और डॉ. दीपक गिरी शामिल थे। जाँच समिति ने 2 अगस्त को अशरफ के खिलाफ आरोपों की पुष्टि करते हुए रिपोर्ट प्रस्तुत की। जिसके बाद उसकी बर्खास्तगी का आदेश जारी कर दिया गया।
पूर्वी सिंहभूम के सिविल सर्जन डॉ. महेश्वर प्रसाद ने सोमवार (सितंबर 2, 2019) को बताया कि आरोपित डॉक्टर अशरफ बदर को बर्खास्त करने का आदेश राज्य के स्वास्थ्य विभाग से आया है। उन्होंने कहा कि वो डीसी के शहर लौटते ही इस मुद्दे को जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में रखेंगे। प्रसाद ने बताया कि अशरफ को पहले भी इस तरह के आरोपों की वजह से बर्खास्त किया गया था। लेकिन, लिखित माफीनामे के बाद उसे बहाल कर लिया गया था। अशरफ पर नर्स से छेड़छाड़ का भी आरोप लग चुका है।
हालाँकि, अशरफ ने जाँच को फर्जी बताते हुए कहा कि उसे साजिश के तहत फँसाने की कोशिश की जा रही है। उसने बर्खास्तगी को उच्च न्यायालय में चुनौती देने की बात कही। उसका कहना है कि उसके नाम की फर्जी पर्ची पर दवा के बदले कंडोम लिखकर फँसाने की साजिश रची गई है।