झारखंड में जबरन बीफ खिलाए जाने का एक और मामला सामने आया है। साहिबगंज के बाद हजारीबाग जिले के बरही प्रखंड के बरियठ बिरहोर टोला में जनजाति समुदाय के लोगों को धारदार हथियार के दम पर गोअन्स खाने को मजबूर किया गया। मामले में मनोज बिरहोर ने बरही थाने में एफआईआर दर्ज कराई है।
दर्ज कराई गई एफआईआर के मुताबिक, शुक्रवार (30 दिसंबर, 2022) को खलील मियाँ नाम का शख्स अपने एक साथी के साथ बिरहोर टोला पहुँचा। खलील मियाँ पास के गाँव दुलमाहा का रहने वाला है। खलील मियाँ ने टोला के लोगों से नए साल के मौके पर पार्टी देने की बात कही। उसने बिरहोर टोला के दर्जन भर लोगों को पहले शराब पिलाई। इसके बाद भोजन परोसा गया। भोजन में मांस के बड़े टुकड़े देखकर लोगों को संदेह हुआ। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जब लोगों ने इसका विरोध किया तो उसने धारदार हथियार दिखाकर उन्हें मांस खाने को मजबूर किया।
बरही थाना पुलिस ने ऑपइंडिया को जानकारी दी है कि जनजाति समुदाय के मनोज बिरहोर ने खलील मियाँ नाम के शख्स पर लोगों को धोखे से गोमांस खिलाने और धर्मांतरण की कोशिश का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने कहा कि आरोपित को फिलहाल गिरफ्तार कर लिया गया है और मामले की जाँच की जा रही है। जाँच के बाद ही पुलिस विस्तार से टिप्पणी करेगी।
मनोज बिरहोर ने अपनी शिकायत में जानकारी दी कि खलील मियाँ अपने साथ एक गोवंश लेकर आया था, जिसे टोले के ही राजेश बिरहोर के घर पर बाँधा गया था। मनोज ने घटना की जानकारी गाँव के अन्य लोगों को दी, जिसके बाद सोमवार (2 जनवरी, 2023) को बरही थाने में इसे लेकर शिकायत दर्ज कराई गई। शिकायत मिलने के बाद पुलिस की टीम मामले की जाँच के लिए गाँव पहुँची। जाँच के दौरान राजेश बिरहोर के घर से प्रतिबंधित पशु के माँस, हड्डी, चमड़ा और बाकी अवशेष बरामद किए गए।
इन अवशेषों को जमीन के अंदर गाड़ दिया गया था। इसके बाद पुलिस ने आरोपित खलील मियाँ को गिरफ्तार कर लिया है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो खलील मियाँ ने 50 बिरहोर लोगों को धोखे से गोमांस खिलाया और उनके धर्मांतरण की कोशिश की।
आपको बता दें ऐसा ही एक मामला झारखंड के साहिबगंज जिले से भी सामने आया था। राधानगर इलाके में 31 दिसंबर, 2022 की रात चंदन रविदास नाम के व्यक्ति को जबरन गोमांस खिलाया गया। आरोपित ने थाने में दर्ज कराई गई एफआईआर में कहा है कि मामूली कहासुनी के बाद मिठुन शेख, नसीम शेख, फिरोज शेख समेत 5 लोगों ने मारपीट के बाद उन्हें गोमांस खिलाया और शराब पिलाई।
साहिबगंज में शराब पीने और गो मांस खाने को लेकर युवक पर बनया गया दबाव, युवक ने इनकार किया तो बदमाशों ने युवक को नंगा कर पीटा। pic.twitter.com/YAwHVM21tm
— News18 Jharkhand (@News18Jharkhand) January 2, 2023
झारखंड में जबरन गोमाँस खिलाए जाने के एक के बाद एक 2 मामलों के सामने आने के बाद लोगों में गुस्सा है। भारतीय जनता पार्टी के नेता और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रहे बाबूलाल मरांडी ने इसे लेकर सवाल पूछा है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, “पहले साहिबगंज और अब हजारीबाग, दोनों जगहों पर गोमांस खाने से इनकार करने पर आदिवासी युवक की पिटाई की गई। उनको पीटने वाले कौन थे ?” बाबूलाल मरांडी ने झारखंड सरकार पर तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप लगाया। उन्होंने आगे लिखा, “आदिवासी समाज को बर्बाद करने वाले तुष्टिकरण की इस राजनीति के भयंकर परिणाम होंगे, लिखकर रख लीजिए।”
पहले साहिबगंज और अब हजारीबाग, दोनों जगहों पर गोमांस खाने से इनकार करने पर आदिवासी युवक की पिटाई की गई. उनको पीटने वाले कौन थे ?
— Babulal Marandi (@yourBabulal) January 3, 2023
आदिवासी समाज को बर्बाद करने वाले तुष्टिकरण की इस राजनीति के भयंकर परिणाम होंगे, लिखकर रख लिजिए @HemantSorenJMM जी.@PMOIndia @AmitShah pic.twitter.com/gvEwWdDFI7
उनके अलावा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा है कि एक सोची-समझी साजिश के तहत इस तरह की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है। उन्होंने भी सरकार पर तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप लगाया। दूसरी तरफ हिंदुवादी संगठनों ने भी इन मामलों में जल्द से जल्द कार्रवाई की माँग की है।