गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी के चैरिटी ट्रस्ट का अकाउंट फ्रीज कर दिया गया है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, गुजरात के अहमदाबाद में चैरिटी कमिश्नर ने एनजीओ ‘We The People Charitable Trust’ के अकाउंट को फ्रीज करने का आदेश दिया है। मेवाणी के जिस अकाउंट को फ्रीज किया गया है, उसी में ऑक्सीजन प्लान्ट के लिए चंदा इकट्ठा किया जा रहा था। वहीं, एनजीओ को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है।
चैरिटी कमिश्नर ने बताया कि ‘We The People Charitable Society’ नाम से एक एनजीओ पहले से ही मौजूद है। उन्होंने माँग की कि ट्रस्ट के खिलाफ एक नाम के तहत खुद को पंजीकृत करने के लिए कार्रवाई क्यों नहीं की जानी चाहिए जो कि पहले से मौजूद है।
प्राधिकरण ने कहा कि इसी तरह के नामों से भ्रम पैदा होता है और यह मामला प्रतीक और नामों के अनुचित उपयोग को रोकने के लिए अधिनियम, 1950 के अंतर्गत आता है। जिग्नेश मेवाणी ने ट्रस्ट के नाम पर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स के लिए धन की माँग की थी।
जाँच में पता चला कि मेवाणी इस संगठन का ट्रस्टी नहीं है। ट्रस्ट से इस बारे में जवाब माँगा गया है कि क्या मेवाणी को इस तरह की अपील करने के लिए अधिकृत किया गया था, लेकिन रिपोर्ट के अनुसार अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है।
इस तथ्य को उजागर करते हुए कि रेमडेसिविर इंजेक्शन और ऑक्सीजन सिलेंडर के संबंध में कई गड़बड़ी हुई हैं। ट्रस्ट द्वारा जारी दस्तावेजों, रिपोर्टों और प्रस्तावों की जाँच के लिए एक निरीक्षक को आदेश दिया गया है।
इस बीच, जिग्नेश मेवाणी ने आरोप लगाया कि उनके साथ राजनीति की जा रही है। रिपोर्ट में कहा गया है, “ट्रस्टियों को अभी तक कोई नोटिस नहीं मिला है और सुनवाई का अवसर दिए बिना, बैंक अकाउंट को फ्रीज करने की माँग की गई थी।” उन्होंने कहा कि प्राधिकरण से कुछ तो गलती हुई है। ट्रस्टियों को निशाना बनाया जा रहा है, क्योंकि वे मेरी मदद कर रहे हैं।
इससे पहले हमने आपको बताया था कि हेमकुंट फाउंडेशन, राणा अय्यूब और जिग्नेश मेवाणी के फंडर्स संभवतः देश में एफसीआरए कानूनों का उल्लंघन कर रहे थे।