पिछले लगभग 24 घंटों से जो मामला मीडिया और सोशल मीडिया की सुर्खियाँ बना हुआ है वह है गोरखपुर में कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता की असामयिक मृत्यु। बीच मे पुलिस का नाम आने से इस मामले ने कुछ ही समय में राजनैतिक तूल भी पकड़ लिया है और इसको लेकर तमाम तरह की चर्चाएँ हो रही हैं। आज मनीष की पत्नी मीनाक्षी यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलीं और बहुत हद तक उनके दिए आश्वासन और त्वरित कार्रवाई से संतुष्ट नजर आईं।
He accepted my demand for govt job & will provide some money for my son’s future. He told me to write an application for CBI probe and then he will see to it. I am happy that he acted as an elder guardian for my family: Meenakshi Gupta, wife of deceased businessman Manish Gupta
— ANI UP (@ANINewsUP) September 30, 2021
वहीं CM योगी ने इस मामले में जाँच के साथ सभी दागी पुलिस कर्मियों पर जाँच बिठाकर उन्हें बर्खास्त करने की बात भी कही है। इसके साथ ही उन्होंने कहा, “2 दिन पहले गोरखपुर में एक दुखद घटना घटी थी। मैंने उसी दिन गोरखपुर पुलिस को कहा था कि तत्काल मुकदमा दर्ज़ होना चाहिए और दोषी कोई भी हो बख्शा नहीं जाएगा। अपराधी, अपराधी होता है। मैंने कल सुबह ही यहाँ के ज़िला प्रशासन को कहा था कि मैं पीड़ित परिवार से मिलना चाहूँगा।”
क्योंकि दुखद घटना घटी है उसकी पीड़ा के साथ जुड़ना हमारा दायित्व है। दोषी बख्शा नहीं जाएगा, सबकी जवाबदेही भी तय करेंगे। अपराध और अपराधियों को बर्दाश्त न करने की सरकार की नीति किसी से छुपी नहीं है। सरकार ने जो कहा वो करके दिखाया है। कानपुर तो इसका जीता जागता उदाहरण है: यूपी सीएम https://t.co/rVZuChh4Nj
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 30, 2021
आइए सिलसिलेवार क्रम से जानते हैं कि क्या है ये पूरा प्रकरण और अब तक क्या हुई है इसमें कार्रवाई?
कौन थे मनीष गुप्ता
कानपुर के बर्रा क्षेत्र के निवासी मनीष गुप्ता प्रॉपर्टी डीलिंग का काम किया करते थे। माँ-बाप की इकलौती सन्तान 35 वर्षीय मनीष गुप्ता का विवाह 5 वर्ष पहले मीनाक्षी गुप्ता से हुआ था जिसके बाद वो नोएडा में रहने लगे थे। मनीष गुप्ता का 4 वर्ष का एक बेटा भी है। कोरोना के चलते लगे लॉकडाउन में मनीष वापस कानपुर आ गए थे।
कब की और कहाँ की है ये घटना
ऑपइंडिया को इस पूरे प्रकरण से संबंधित प्राप्त FIR संख्या 0391 के अनुसार वादिनी मीनाक्षी गुप्ता ने आरोप लगाया है कि उनके पति इसी महीने की 27 तारीख (27 सितम्बर, 2021) को गोरखपुर के रामगढ़ताल थानाक्षेत्र के होटल कृष्णा पैलेस में ठहरे हुए थे। आधी रात लगभग 12 बजे क्षेत्रीय थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर जगत नारायण सिंह, सब इंस्पेक्टर अक्षय मिश्रा, सब इंस्पेक्टर विजय यादव व अन्य 3 पुलिसकर्मी मनीष गुप्ता के कमरे में जा कर उनसे अनुचित व्यवहार किए और विरोध करने पर उन्हें बेरहमी से बुरी तरह मारा-पीटा।
बतौर मीनाक्षी गुप्ता, इन्हीं चोटों के चलते उनके पति की मृत्यु हो गई। इसी FIR में प्रार्थिनी ने सभी नामजदों व अन्य अज्ञात पुलिसकर्मियों को कठोर दंड देने की माँग की।
इन आरोपों पर क्या रही गोरखपुर पुलिस की सफाई?
इस पूरे मामले में SSP गोरखपुर IPS विपिन टाडा के बयानों के अनुसार पुलिस संदिग्धों की जाँच के दौरान होटल गई थी जहाँ ये दुर्भाग्यपूर्ण घटनाक्रम घट गई। बतौर SSP गोरखपुर मृतक ने भागने की कोशिश की जिसमें गिर कर उन्हें गंभीर चोटें आई जिसके फलस्वरूप मनीष की मृत्यु हो गई।
देखें SSP गोरखपुर IPS विपिन टाडा का बयान –
CM Yogi Adityanath will be meeting the family members (of the businessman who died during a raid at a hotel in Gorakhpur on Monday) during his visit to Kanpur tomorrow: Kanpur DM Vishakh Aiyar pic.twitter.com/1R2WQQEq58
— ANI UP (@ANINewsUP) September 29, 2021
क्या कहती है पोस्टमार्टम रिपोर्ट
ऑपइण्डिया के पास पोस्टमार्टम रिपोर्ट मौजूद है जिसमें मृत्यु का कारण चोट आना बताया गया है। यद्दपि उक्त चोटें मनीष के परिजनों के हिसाब से पुलिस की पिटाई की हैं या पुलिस के अनुसार मनीष गुप्ता के भागने के दौरान लगने से, ये अभी तय नहीं हो पाया है। इस प्रकरण में अंतिम निष्कर्ष उच्चाधिकारियों की जाँच के बाद ही आ पाएगा।
क्या रहा अब तक जिला प्रशासन का एक्शन?
घटना के कुछ समय बाद ही जिला प्रशासन ने गोरखपुर पुलिस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इस बात की सूचना प्रकशित कर दी थी कि प्रकरण में FIR दर्ज करके 6 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है और उनके विरुद्ध FIR भी पंजीकृत हो चुकी है।
#gorakhpurpolice
— GORAKHPUR POLICE (@gorakhpurpolice) September 29, 2021
प्रकरण में 06 पुलिस कर्मियो को निलम्बित किया गया है। पीड़िता की तहरीर पर निष्पक्ष जांच के लिए FIR करवायी गयी है। माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा मृतक के परिवार को 10 लाख रुपये की अनुकम्पा धनराशि दी गयी है ।
पुलिस मुख्यालय की ये रही प्रतिक्रिया
पुलिस मुख्यालय ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उत्तर प्रदेश पुलिस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल ने अपने ट्वीट में मृतक मनीष की मृत्यु के मामले में ADG, DIG व SSP को निष्पक्ष जाँच करा कर दोषियों को दण्डित करने के निर्देश दिए हैं।
In the unfortunate incident of Gorakhpur which led to the death of a civilian,6 Policemen have been suspended & an FIR has been lodged against them under relevant sections.
— UP POLICE (@Uppolice) September 29, 2021
ADG/DIG/ SSP Gorakhpur have been directed to take action against the guilty after the investigation.
क्यों सवालों के घेरे में आए DM और SSP?
इस पूरे प्रकरण में मृतक मनीष की पत्नी ने गोरखपुर के जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक स्तर पर न्याय न मिलने की बात कही। मीनाक्षी गुप्ता ने DM और SSP पर आरोपी पुलिसकर्मियों को बचाने का दबाव बनाने का भी आरोप लगाया। अपने आरोपों के समर्थन में उन्होंने अपने मोबाईल से स्टिंग किया एक वीडियो भी प्रस्तुत किया है जिसमें जिलाधिकारी गोरखपुर FIR न करवाने के पीछे वर्षो तक चलने वाले मुकदमों की बात कर रहे। बगल की सीट पर बैठे SSP भी उनकी बातों को सहमति दे रहे हैं। हालाँकि, अभी तक इस वायरल वीडियो पर उक्त दोनों अधिकारियो की कोई सफाई नहीं आई है।
मृतक की पत्नी ने मामले को राजनीति से दूर रखने का किया आग्रह
इस पूरे प्रकरण को राजनैतिक रूप देने की दिशा में आते कुछ बयानों के चलते मृतक मनीष गुप्ता की पत्नी काफी व्यथित हैं। पति की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु पर शोक जताती मीनाक्षी गुप्ता ने अपने पति के साथ हुए घटनाक्रम को राजनैतिक रंग देते नेताओं से राजनीति न करने की अपील की है।
उनके खुद के बताए जा रहे ट्विटर हैंडल @MeenakshiMGupt1 से ट्वीट करते हुए उन्होंने 30 सितंबर 2021 को सुबह 11:08 am पर लिखा है कि – “मेरा निवेदन है कृपया मेरे पति की मौत को राजनीतिक मुद्दा मत बनाओ। मैं अपने पति के लिए इंसाफ चाहती हूँ बस। सितंबर 2021 में बने इसी ट्विटर हैंडल से मीनाक्षी गुप्ता ने लगातार अपनी बातों और माँगो को रखा है।
मेरा निवेदन है कृपया मेरे पति की मौत को राजनीतिक मुद्दा मत बनाओ।
— Meenakshi M. Gupta (@MeenakshiMGupt1) September 30, 2021
मैं अपने पति के लिए इंसाफ चाहती हू बस। pic.twitter.com/UvmvUXoJq5
मनीष गुप्ता के परिवार से ऑपइंडिया ने की बात
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में संदिग्ध परिस्थितियों में मृत मनीष गुप्ता के परिवार को अपने कानपुर दौरे के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मिलने के लिए बुलाया। ऑपइंडिया से बातचीत करते हुए मृतक मनीष के परिजन सौरभ गुप्ता ने ये जानकारी दी है।
सौरभ गुप्ता के अनुसार उन्हें व उनके परिवार को मनीष की मृत्यु के जिम्मेदार सभी पर न्यायोचित कार्यवाही की प्रतीक्षा है और उन्हें आशा भी है कि योगी जी उनकी माँगों को पूरा करेगें। ध्यान देने योग्य है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वर्तमान समय में कानपुर के दौरे पर हैं।
जाँच का एक नया बिंदु और अब तक की प्रगति
खबर लिखे जाने तक इस पूरे प्रकरण की जाँच क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई है। ADG गोरखपुर स्वयं जाँच का जिम्मा संभालेंगे। फिलहाल नामजद पुलिसकर्मियों की अब तक गिरफ़्तारी नहीं हुई है। इस मामले में आरोपित थानाध्यक्ष जगत नारायण सिंह पहले कानपुर में भी पोस्टेड रह चुके हैं। पुलिस विभाग के रिकॉर्ड के मुताबिक जगत नारायण सिंह 8 जुलाई 2017 को कानपुर में तबादला होकर आए थे। तब वह सब इंस्पेक्टर थे और बाद में प्रमोशन पाकर इंस्पेक्टर बने। आने के चार दिन बाद यानी 12 जुलाई 2017 को उसको पनकी थाने का एसओ बना दिए गए थे जहाँ वो 27 अक्तूबर 2017 तक रहे थे। मृतक के भी कानपुर से होने के चलते जाँच इस एंगल से भी हो रही है कि कहीं कोई दुश्मनी या कोई दूसरा मामला कानपुर से तो नहीं जुड़ा?
ADG कानून व्यवस्था भी SSP गोरखपुर के बयानों से सहमत
जिस बात को घटना के समय से ही एसएसपी गोरखपुर ने आधिकारिक रूप से कहा था उस से उत्तर प्रदेश पुलिस ADG लॉ एन्ड ऑर्डर भी काफी हद तक सहमत होते दिखाई दिए हैं। आज हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने बताया कि पुलिस वहाँ होटल में जाँच करने पहुँची थी कि कुछ लोग वहाँ किन वजहों से रुके हैं? इसी दौरान वहाँ पर भगदड़ हुई और गिरने से मनीष गुप्ता को चोट आई है, ऐसा बताया गया है, फिर भी पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जाँच करवाई जाएगी और जो भी दोषी होगा उसको हर हाल में दंड मिलेगा।
A panel of doctors immediately conducted his postmortem, 6 Police personnel suspended. When his family reached there, the deceased’s wife filed a complaint based on which FIR was registered under relevant sections & compensation was also announced from the govt: Prashant Kumar
— ANI UP (@ANINewsUP) September 30, 2021
मृतक की पत्नी को मिली सरकारी नौकरी साथ ही बढ़ेगी मुआवजा राशि
ताजा समाचार मिलने तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और मृतक के परिजनों की मुलाकत के बाद मृतक मनीष की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता को KDA (कानपुर विकास प्राधिकरण) में OSD की नौकरी देने का आदेश हुआ है। इसी के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने परिजनों को मिली राहत राशि भी 10 लाख से बढ़ाने के लिए जिला प्रशासन से प्रस्ताव देने को कहा है।
An OSD post in Kanpur Development Authority will be formed & Meenakshi Gupta, wife of businessman Manish Gupta, will be deputed on the post. CM gave proposal to district admn to increase compensation to Rs 10 Lakhs
— ANI UP (@ANINewsUP) September 30, 2021
Manish Gupta died during raid at a Gorakhpur hotel on Sept 28th
पीड़ित परिवार ने कहा – ‘योगी जी पर पूर्ण भरोसा‘
मुख्यमंत्री योगी से मिल कर पीड़ित परिवार ने बताया कि उन्हें आरोपित पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई का आश्वासन मिला है। मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री जी मुझसे अभिभावक की तरह मिले और उनसे मिलकर पूरी तरह संतुष्ट हूँ। पीड़ित परिवार के अनुसार उनकी सभी माँगे मान ली गई हैं। मुख्य माँगो में मुआवजा, नौकरी और कानपुर केस ट्रांसफर करना शामिल था जिस पर मुख्यमंत्री ने सहमति जताई है।
मैं मुख्यमंत्री जी से मिलकर पूरी तरह संतुष्ट हूं। उन्होंने पूरी मांगे मान ली हैं। मुआवजा, नौकरी और कानपुर केस ट्रांसफर करने पर सहमति जताई है। CBI जांच को लेकर बोला कि उनको कोई आपत्ति नहीं , संतुति करेंगे ‘ : मीनाक्षी गुप्ता ( मनीष गुप्ता की पत्नी ) pic.twitter.com/2hidCyhUMG
— INDIAN ARMY 🇮🇳🇮🇳 (@vishalk57566306) September 30, 2021
पूरे प्रदेश के भ्रष्ट पुलिसकर्मियों को मुख्यमंत्री ने चेताया
इस पूरे घटनाक्रम के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस विभाग को कड़ी चेतावनी जारी की है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि दागी छवि वाले पुलिस कर्मियों को फील्ड में महत्वपूर्ण पदों पर तैनाती न दी जाए। इसी के साथ उन्होंने कहा है कि कतिपय पुलिस कर्मियों के अवैध गतिविधियों में संलिप्त होने की शिकायतें मिली हैं। ऐसे लोगों को चिन्हित कर नियमानुसार कार्रवाई की जाए। गम्भीर अपराधों में लिप्त पुलिस कर्मियों की बर्खास्तगी भी की जाए।
कतिपय पुलिस कार्मिकों के अवैध गतिविधियों में संलिप्त होने की शिकायतें मिली हैं। ऐसे कार्मिकों को चिन्हित कर नियमानुसार कार्रवाई की जाए। गम्भीर अपराधों में लिप्त पुलिस कार्मिकों की बर्खास्तगी भी की जाए: मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी महाराज
— Yogi Adityanath Office (@myogioffice) September 30, 2021