कर्नाटक में चित्रदुर्ग जिले के होसदुर्गा पुलिस थाने में मरप्पा नाम के एक व्यक्ति ने अपने ससुर और अन्य रिश्तेदारों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में उन्होंने आरोप लगाया है कि आरोपित उन्हें ईसाई धर्म में परिवर्तित होने के लिए मजबूर कर रहा है। होसपेट के पास अरविंद नगर में बड़गा जंगम कॉलोनी निवासी मरप्पा ने आरोप लगाया कि उन्हें अपने नवजात बच्चे और उनकी पत्नी को देखने नहीं दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि पत्नी के परिवार के सदस्यों द्वारा उन्हें ईसाई धर्म में परिवर्तित करने के लिए धमकी दी जा रही है, ब्लैकमेल किया जा रहा है और मारपीट की जा रही है। जानकारी के मुताबिक यह शिकायत उनके ससुर वसंत कुमार, उनकी पत्नी के दादा रामचंद्रप्पा के अलावा अन्य रिश्तेदार सुधाकर, मंजूनाथ, संकप्पा के खिलाफ दर्ज की गई है। मरप्पा ने अपनी शिकायत में कहा कि 6 जुलाई, 2020 को शादी के दौरान उन्हें पवित्र जल में डुबकी लगाने के लिए मजबूर किया गया और उन्होंने घोषणा की कि अब वह ईसाई बन गए हैं।
आरोपित ने हिंदू देवताओं की तस्वीरें फाड़कर जला दीं और उन्हें पूजा न करने के लिए कहा। आरोपित ने उन्हें बताया कि हिंदू देवी सनकलम्मा, मरम्मा, दुर्गम्मा ‘अशुभ’ के अलावा और कुछ नहीं हैं और अगर वह उनकी पूजा करता है तो वह नरक में जाएगा।
शिकायतकर्ता ने 2 दिसंबर, 2021 को अपनी पत्नी सरला को गर्भावस्था के दौरान उसके माता-पिता के घर भेज दिया था। मरप्पा ने शिकायत में उल्लेख किया कि उसे नवजात बच्चे के बारे में दूसरों से पता चला था। पुलिस ने कहा कि जब उसके भाई डोड्डाहुसेनी, सना हुसैनी, कार्तिक, चंद्रू बच्चे को देखने गए, तो आरोपितों ने गाली दी और उन्हें घर के अंदर नहीं जाने दिया। उनके भाइयों के साथ मारपीट भी की गई।
पुलिस के मुताबिक शिकायतकर्ता से कहा गया था कि अगर वह ईसाई धर्म का पालन करता है, तभी वह अपने नवजात बच्चे और पत्नी को देख सकता है और वह उन्हें अपने घर भी ले जा सकता है। मरप्पा ने माँग की है कि पुलिस उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने के आरोप में आरोपित के खिलाफ कार्रवाई करे और उनकी पत्नी और बच्चे को उनके साथ भेजे।
मामला हैदराबाद कर्नाटक अलेमारी (खानाबदोश) बडगा जंगम जागृति समिति के संज्ञान में आया है। इधर शिकायतकर्ता ने स्थानीय भाजपा विधायक गूलीहट्टी शेखर से मिलकर न्याय की गुहार लगाई है। फिलहाल पुलिस मामले की जाँच कर रही है।