47 दिन बाद जेल से बाहर आने के बाद मलयाली महिला ने बुधवार (1 दिसंबर 2021) को आरोप लगाया कि तिरुवंतपुरम (केरल) की मलयंकीजू पुलिस ने उसके पति से उसे और उसकी रेप पीड़िता 6 साल की बेटी को बचाने के लिए एक्शन लेने की बजाय, उसे ही गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने महिला को हत्या के प्रयास में जेल में बंद किया था।
मलयाली महिला मुंबई में रहती है। एशियानेट न्यूज से बात करते हुए महिला ने अपनी आपबीती सुनाई। पीड़िता ने बताया कि इसी साल 15 जुलाई को वायुसेना के एक अधिकारी के साथ उसने मंदिर में शादी की थी। महिला की यह दूसरी शादी थी। आरोप है कि महिला की शादी के दो दिन बाद 17 जुलाई को उसके दूसरे पति ने उसकी 6 साल की बेटी के साथ रेप किया। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपित ने उससे उसका फोन छीनकर उन दोनों को घर में बंद कर दिया। महिला ने आरोप लगाया, “उसने मुझे और मेरी बेटी को हत्या की धमकी दी थी। एक बार मैंने पड़ोसियों से बात करने की कोशिश की थी तो उसने हमें धमकी दी।”
हालाँकि, अगस्त के अंत में वायुसेना के अधिकारी ने महिला के खिलाफ सोना चुराने और 16 साल के बेटे के अपहरण की कोशिश के आरोप में शिकायत दर्ज कराई थी। तफ्तीश के लिए पुलिस उसके घर गई तो महिला ने बेटी के साथ रेप किए जाने और घर में ही कैद करने की बात बताई। महिला ने कहा, “उस दिन पुलिस हमें वहीं छोड़ गई और अगले दिन मैं किसी तरह थाने पहुँची और शिकायत दर्ज कराई।” पुलिस ने मेडिकल जाँच भी करवाई थी, जिसमें बच्ची के साथ रेप की पुष्टि हुई थी। इसके बाद पीड़िता ने जिलाधिकारी के समक्ष बयान भी दिया।
महिला ने कहा, “मैंने उनसे कहा कि मैं उसके घर वापस जाने से डर रही हूँ, लेकिन पुलिस ने हमें फिर से वहीं छोड़ दिया।” उस रात उसने हमारे साथ झगड़ा किया और मारपीट करने की कोशिश की। इसमें वो घायल हो गया। घायल होने के बाद वायुसेना के अधिकारी ने अगले दिन ही महिला के खिलाफ हत्या की कोशिश का केस दर्ज कराया, जिसके बाद उसे 2 सितंबर को जेल भेज दिया गया। हालाँकि, आरोपित अधिकारी को भी पॉक्सो एक्ट में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन वह 14 दिन में ही जमानत पर छूट गया।
महिला ने अपने पति पर उसे फँसाने के लिए खुद को घायल करने का आरोप लगाया है। साथ ही कहा है कि अगर पुलिस उस रात उसे वहाँ नहीं छोड़ती तो वो नहीं फँसती।