केरल के एर्नाकुलम में याहोवा के साक्षी (Jehova’s Witness) की प्रार्थना सभा में धमाका करने वाले डोमिनिक मार्टिन ने पुलिस पूछताछ में नए खुलासे किए हैं। जाँच में सामने आया है कि ब्लास्ट करने के बाद भी मार्टिन मौके पर था। उसने इस घटना की अपने मोबाइल से रिकॉर्डिंग भी की थी।
यहोवास विटनेस नाम के ईसाई समूह की प्रार्थना सभा में 29 अक्टूबर 2023 को हुए सीरियल धमाके में 3 लोगों की मौत हो गई थी। करीब 50 लोग घायल हैं। डोमिनिक मार्टिन ने फेसबुक लाइव कर धमाकों की जिम्मेदारी ली थी और इसके बाद थ्रिसूर के एक थाने में आत्मसमर्पण कर दिया था। वह खुद भी याहोवा समुदाय का सदस्य है, लेकिन उनकी शिक्षाओं से नाखुश था।
पुलिस की जाँच में सामने आया है कि मार्टिन ने त्रिपुनित्र इलाके से IED बनाने के लिए पटाखे खरीदे थे। पटाखों के साथ 7-8 लीटर पेट्रोल भी खरीदा था। उसने बम तैयार कर पॉलिथीन में रखे थे। धमाके के बाद प्रार्थना हॉल से जाँच एजेंसियों को बैटरियों का मलबा और इलेक्ट्रॉनिक सर्किट जैसी चीजें मिली हैं।
धमाके वाले दिन वह अपनी पत्नी से यह कह कर सुबह पाँच बजे घर से निकला कि वह एक दोस्त से मिलने जा रहा है। उसके घर से निकलने की CCTV फुटेज भी सामने आई है, जिसमें वह एक स्कूटर पर दिखता है। इसके बाद वह सुबह 7:30 बजे प्रार्थना स्थल पर पहुँचा। आधे घंटे के बाद वह प्रार्थना हाल के अंदर गया और जिन प्लास्टिक के थैलों में उसने बम रखे थे वे चार जगहों पर प्लांट कर दिए। प्रार्थना शुरू होने के बाद उसने एक रिमोट कंट्रोल से IED में धमाका कर दिया।
धमाके के कुछ ही घंटों बाद उसने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। पुलिस को उसने विस्फोटक खरीदने की रसीद और प्रार्थना हाल में रिकॉर्ड किया गया वीडियो भी दिखाया।
केरल पुलिस आज (31 अक्टूबर 2023) उसे कोर्ट में पेश करेगी। उस पर UAPA के तहत मामला दर्ज किया गया है। जाँच एजेंसियाँ इस घटना में विदेशी लिंक की भी तलाश कर रही हैं। शुरूआती जाँच में यह सामने आया है कि डोमिनिक इस धमाके के लगभग 2 माह पहले ही दुबई से केरल वापस लौटा था। इसलिए उसके दुबई में संबंधों की जाँच की जा रही है।
यह भी देखा जा रहा है कि कहीं यह धमाके किसी बड़ी साजिश का हिस्सा तो नहीं है। दरअसल, जाँच एजेंसियाँ मार्टिन के दावों से पूरी तरह संतुष्ट नहीं हैं। इस धमाके में घायल हुए 21 लोगों का इलाज चल रहा है। घायलों में कुछ लोग गंभीर हालत में हैं। धमाके में मरने वाली 12 वर्षीय बच्ची लिबीना की माँ और भाई भी अस्प्ताल में वेंटीलेटर पर जिन्दगी की जंग लड़ रहे हैं। धमाके में मरने वाले लोगों की आज ऑटोप्सी जाँच होगी।