केरल के ईसाइयों का युवा संगठन ‘द केरल कैथोलिक यूथ मूवमेंट’ (KCYM) फिल्म द केरल स्टोरी को जगह-जगह पर दिखाएगा। KCYM ने यह निर्णय इडुक्की चर्च प्रशासन के समर्थन में लिया है। इससे पहले लव जिहाद और ISIS की भयावहता को दिखाने वाली इस फिल्म को इडुक्की और थामरस्सेरी चर्च प्रशासन ने बच्चों को दिखाया था।
मीडिया से बात करते हुए KCYM के डायरेक्टर पादरी जॉर्ज वेल्लाक्कुडियिल ने कहा, “हमने यह ऐलान इसलिए किया है क्योंकि द केरल स्टोरी दिखाने के बाद इडुक्की चर्च प्रशासन को मीडिया और अन्य लोगों ने परेशान कर रखा था। हम इसको लेकर शुक्रवार को अंतिम निर्णय लेंगे।”
गौरतलब है कि KCYM केरल के कैथोलिक ईसाई युवाओं का बड़ा संगठन है, इसके अंतर्गत तीन कैथोलिक मान्यताओं, लैटिन चर्च, साइरो मालाबार चर्च और साइरो मलनकारा चर्च के संगठन आते हैं। इसकी पला, थामरस्सेरीऔर थालास्सेरी यूनिट ने 13 अप्रैल के बाद द केरल स्टोरी के प्रसारण का निर्णय लिया है।
वेल्लाक्कुडियिल ने यह भी कहा कि भले ही केरल स्टोरी को एक काल्पनिक फिल्म कहा गया हो लेकिन हमने कई ईसाई लड़कियों को खराब रिश्तों से बचाया है। हम इस बात को लेकर चिंतित हैं कि लड़कियों को शादी के लिए धर्मांतरण को कहा जाता है और फिर उनके माता-पिता को भी उनसे नहीं मिलने दिया जा सकता।”
थामरस्सेरी क्षेत्र के KCYM अध्यक्ष रिचाल्ड जॉन ने इस मामले पर कहा कि इडुक्की में द केरल स्टोरी को एक बार और प्रदर्शित किया जाएगा और हमें चर्च के बड़े अधिकारियों का पूरा आशीर्वाद है। उन्होंने कहा कि उनका क्षेत्र मलप्पुरम और कोझिकोड में फैला हुआ है और यह फिल्म दिखाने के पीछे कोई राजनीतिक एंगल नहीं है।
द न्यू इन्डियन एक्सप्रेस से उन्होंने कहा, “हम अपने इलाके में ‘लव जिहाद’ होते हुए देख रहे हैं। गौरतलब है कि हमारे विभाग ने 325 धर्मांतरण के मामलों की पहचान की है। यह संख्या मुद्दे की गंभीरता को उजागर करती है।” KCYM के एक और पदाधिकारी अखिल सी जोस ने कहा कि जब इडुक्की चर्च प्रशासन के फिल्म को दिखाने के निर्णय की आलोचना की गई तो हमने इसे प्रसारित करने का निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि हम बच्चों को प्रेम में आने वाले खतरे से बचाने के लिए यह फिल्म दिखा रहे हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले साइरो मालाबार चर्च के इडुक्की प्रशासन ने इस फिल्म को 10वीं और 12वीं तक के बच्चों को दिखवाया था। इस दौरान उन्हें लव जिहाद पर पुस्तिकाएँ भी वितरित कीं। साथ ही उनसे कहा गया कि वह इस फिल्म की समीक्षा लिखें कि कैसे ये फिल्म बाकी फिल्मों से अलग है। इसके अलावा इस पुस्तिका में ये भी जानकारी थी कि किस तरह से लड़कियों को प्रलोभन देकर फँसाया जाता है। इसके अलावा साइरो मालाबार चर्च के थामारास्सेरी सूबा ने बच्चों को इस फिल्म को दिखाने का निर्णय लिया था।
गौरतलब है कि द केरल स्टोरी फिल्म को 5 मई ,2023 को रिलीज किया गया था। इस फिल्म की कहानी केरल में लड़कियों के लव जिहाद और फिर आंतक के मुंह में धकेले जाने को लेकर थी। इस फिल्म का तब भी वामपंथी और लिबरलों ने खूब विरोध किया था। फिल्म पर पश्चिम बंगाल सरकार ने प्रतिबंध भी लगाया था। यह प्रतिबंध सुप्रीम कोर्ट ने हटा दिया था। इस फिल्म को दर्शकों ने काफी सराहा था और इसे बॉक्स ऑफिस पर भी अच्छी कमाई हुई थी। इस फिल्म ने लगभग ₹300 करोड़ की कमाई की थी।