केरल में ईसाई लड़की से शादी करने के दो दिन बाद दलित युवक को उसके साले ने धर्मपरिवर्तन न करने पर बुरी तरह पीट डाला। अब केस पुलिस में है। मामला SC/ST एक्ट के तहत दर्ज किया गया है। आरोपित के विरुद्ध शिकायत उसकी बहन व पीड़ित की पत्नी ने ही की है।
द न्यूज मिनट की रिपोर्ट के अनुसार, दलित मिथुन कृष्णा और दीप्ति ने 29 अक्टूबर को शादी की थी। 2 दिन बाद यानी 31 अक्टूबर को कृष्णा के साथ यह मारपीट की घटना हुई और पूरा मामला सीसीटीवी विजुअल्स में कैद होने से टीवी चैनलों पर भी दिखाया गया। पीड़ित की पत्नी का कहना है कि उसके भाई दानिश ने शादी के बाद उसे और उसके पति, दोनों को घर पर बुलाया था और उनसे धर्म परिवर्तन को कह रहा था। जब कृष्णा नहीं मानें तो उन्हें मारा गया। दानिश पेशे से डॉक्टर है।
पुलिस का कहना है कि वो आरोपित को ढूँढने का प्रयास कर रहे हैं। चिरायिनकीझु थाने के पुलिस अधिकारी ने कहा कि जब शिकायत हुई तो पता चला कि शुरुआत में लड़के वालों की तरफ से किसी ने लड़की की माँ को कुछ गलत कहा था, इसके बाद घर पर ये घटना घटी जबकि लड़की का खुद अपने परिवार वालों के ख़िलाफ़ कहना है कि उसके परिजनों ने उसके पति को मारा क्योंकि वो ईसाई धर्म स्वीकारने को नहीं तैयार था।
पुलिस ने बताया कि दलित युवक और ईसाई युवती ने 29 अक्टूबर को मंदिर में शादी की थी। लड़की के पिता ने तब उसके गुमशुदा होने का मामला दर्ज करवाया था, लेकिन बाद में जोड़ा थाने आया और वहाँ लड़की के पिता ने कहा कि वो उनके साथ चले और वो वादा करते हैं कि उसकी शादी अच्छे से करवा देंगे। लेकिन बावजूद इसके लड़की घर छोड़ चली गई।
लड़की के पिता और भाई अगले दिन उसके पति के घरवालों से मिले और चर्च में जाकर वहाँ शादी कराने की बात की। इसके बाद वह दोनों लड़की के घर गए जहाँ मारपीट की घटना हुई और मामला पुलिस तक आया। दीप्ति ने बताया कि उसके भाई ने उन्हें घर आकर माँ से मिलने को कहा, लेकिन जब वो गए तो वहाँ मौजूद लोगों ने कृष्णा पर हमला कर दिया। दीप्ति ने बीच-बचाव किया तो उन्हें भी चोटें आईं और कृष्णा बुरी तरह घायल हुए। अब सिर में चोट लगने के कारण वह तिरुवनंरपुरम के राजकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल में है।