केरल की डॉक्टर शाहना की आत्महत्या के मामले में अब सुसाइड नोट सामने आया है। डॉक्टर शाहना के बॉयफ्रेंड रुवैस ने शाहना के परिवार से 150 तोला सोना, एक BMW गाड़ी और ₹50 लाख नकद और 15 एकड़ जमीन दहेज़ के रूप में माँगे थे, यह माँग पूरी ना कर पाने से दुखी डॉक्टर शाहना ने आत्महत्या कर ली थी।
इस मामले में शाहना के बॉयफ्रेंड डॉक्टर रुवैस को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। डॉक्टर शाहना ने इस सुसाइड नोट में डॉक्टर रुवैस को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया है। शाहना के इस सुसाइड नोट में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं।
डॉक्टर शाहना ने लिखा है, “आज मैं अपनी जिन्दगी उसकी (डॉक्टर रुवैस) दहेज़ की इच्छा के कारण खत्म कर रही हूँ। वह मुझसे निकाह का वादा करके मेरी जिन्दगी खराब करना चाहता था। यह सही है कि मेरा परिवार उसके द्वारा माँगी गई जमीन और सोना देने में समर्थ नहीं हैं।”
शाहाना ने यही मैसेज रिकॉर्ड करके रुवैस के फ़ोन पर भेजा था। रुवैस ने यह मैसेज अपने फ़ोन से डिलीट कर दिए थे। एक रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि केरल पुलिस ने पहले रुवैस अहमद को बचाने का भी प्रयास किया था। पुलिस ने मामला उठने से पहले रुवैस अहमद का नाम और डॉक्टर शाहना अहमद की आत्महत्या में उनके रोल को छुपाया था।
गौरतलब है कि डॉक्टर शाहना तिरुवनंतपुरम के सरकारी मे़डिकल कॉलेज के सर्जरी डिपार्टमेंट में पोस्टग्रेजुएशन कोर्स कर रही थीं। उन्होंने रुवैस से निकाह के सपने देखे थे, लेकिन जब ऐसा नहीं हुआ तो उन्होंने खुद को एनेथिसिया की हाई डोज इंजेक्शन से लेकर आत्महत्या कर ली। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने इस आत्महत्या मामले में जाँच के आदेश दे दिए थे।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, शाहना के परिवार में उनकी अम्मी और दो भाई-बहन हैं। उनके अब्बू गल्फ में काम करते थे जिनकी 2 साल पहले मौत हो गई थी। डॉ शाहना के परिजनों ने बताया था कि डॉ रुवैस के परिवार ने उनसे 150 तोले सोने के गहने, 15 एकड़ जमीन और बीएमडब्लू कार दहेज में माँगी थी।
लेकिन डॉ शाहना का परिवार 50 तोले सोने के गहने, 50 लाख रुपए और कार देने में समर्थ था। जब ऐसे में उन्होंने कहा कि वो डिमांड पूरी नहीं कर सकते तो डॉ रुवैस के घरवालों ने रिश्ता तोड़ दिया। स्थानीयों की मानें तो महिला डॉक्टर इस रिश्ते के टूटने से बहुत दुखी हुईं और उदास रहने लगीं। बीच में वो किसी से बात भी नहीं करती थी। अचानक उन्होंने आत्महत्या का फैसला लिया और अपनी जान दे दी।
स्वास्थ्य मंत्री ने इस मामले में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय से दहेज के आरोपों पर एक रिपोर्ट सबमिट करने को कहा गया है। इसके अलावा अल्पसंख्यक विभाग भी मामले में कार्रवाई पर अपनी नजर बनाए हुए हैं। आरोपित बॉयफ्रेंड पर आत्महत्या के लिए उकसाने और दहेज रोकथाम कानून के तहत मामला दर्ज किया है। जिला कलेक्टर, पुलिस आयुक्त और चिकित्सा शिक्षा निदेशक को आदेश दिया है कि 14 दिसंबर तक आयोग रिपोर्ट सौंपी जाए।