Tuesday, November 19, 2024
Homeदेश-समाजGPS देखकर चला रहे थे कार, सड़क की जगह उफान मार रही नदी में...

GPS देखकर चला रहे थे कार, सड़क की जगह उफान मार रही नदी में समा गए: केरल में जन्मदिन की शॉपिंग से लौट रहे दो डॉक्टर की मौत

29 साल के डॉ. अद्वैत अपने जन्मदिन की शॉपिंग कर कोडून्गाल्लुर से कोच्चि लौट रहे थे। उनके साथ कार में चार अन्य लोग भी सवार थे। भारी बारिश के बीच वे लोग जीपीएस के सहारे आगे बढ़ रहे थे। लेकिन उनकी कार नदी में समा गई।

अक्सर हम रास्ता खोजने के लिए जीपीएस की मदद लेते हैं। जीपीएस के बताए रास्ते पर बेफ्रिक होकर चल पड़ते हैं। लेकिन केरल के एर्नाकुलम में जीपीएस की मदद से सफर कर रहे दो डॉक्टरों की नदी में डूबने से मौत हो गई।

दरअसल रविवार (1 अक्टूबर 2023) की देर रात 29 साल के डॉ. अद्वैत अपने जन्मदिन की शॉपिंग कर कोडून्गाल्लुर से कोच्चि लौट रहे थे। उनके साथ कार में चार अन्य लोग भी सवार थे। भारी बारिश के बीच वे लोग जीपीएस के सहारे आगे बढ़ रहे थे। लेकिन उनकी कार नदी में समा गई। हादसे में डॉ. अद्वैत और डॉ. अजमल आसिफ की मौत हो गई। तीन अन्य लोग समय रहते कार से बाहर निकलने में कामयाब रहे।

टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार ये सभी लोग एक हौंडा सिविक कार में सवार थे। रात का समय और बारिश होने के कारण उन्हें रास्ता नहीं पता चल रहा था। रास्ता का पता लगाने के लिए डॉक्टर अद्वैत ने अपने फ़ोन में जीपीएस चालू किया। जीपीएस उनको जिस रास्ते पर ले गया उस पर पानी भरा हुआ था। उन्होंने सड़क समझ कर गाड़ी आगे बढ़ा दी। लेकिन वह सड़क न होकर बारिश के कारण उफान मार रही नदी थी।

इसी नदी के वेग में डॉक्टर अद्वैत और डॉक्टर आसिफ अजमल बह गए। गाड़ी में पीछे बैठे तीन अन्य व्यक्ति निकलने में सफल रहे। स्थानीय सूत्रों ने अंग्रेजी समाचार वेबसाइट डेक्कन हेराल्ड को बताया कि गाड़ी चला रह व्यक्ति ने गलत मोड़ ले लिया और कार नदी में समा गई।

हादसे में जीवित बचे डॉक्टर गाजिक तब्शीर ने बताया, “हाँ, हम उस दौरान जीपीएस का इस्तेमाल कर रहे थे। लेकिन मैं गाड़ी नहीं चला रहा था, इसलिए मै यह नहीं बता सकता कि उन्हें जीपीएस ने गलत रास्ता बताया या फिर यह कोई मानवीय भूल थी।” हादसे में बचे दो अन्य लोग जिस्मन (नर्स) और तमन्ना (MBBS छात्रा) हैं। हादसे में मारे गए डॉक्टर अजमल थ्रिसुर जिले के जबकि अद्वैत कोल्लम के निवासी थे। उनके शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जामा मस्जिद का होगा सर्वे, विष्णु शंकर जैन की याचिका पर कोर्ट का आदेश: दावा- यह हरिहर मंदिर, यहाँ कल्कि भगवान लेंगे अवतार

संभल की जामा मस्जिद को हरिहर मंदिर बता कर दायर हुई विष्णु शंकर जैन की याचिका पर जिला अदालत ने सर्वे के आदेश जारी कर दिए हैं।

1971 में पैदा हुआ बांग्लादेश, पहली बार पाकिस्तान से डायरेक्ट आया कार्गो जहाज: जानिए समंदर के रास्ते का यह कारोबार भारत के लिए कैसा...

1971 के बांग्लादेश के बनने के बाद पहली बार कोई जहाज सामान लेकर पाकिस्तान के किसी बंदरगाह से सीधा बांग्लादेश पहुँचा है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -