Tuesday, November 19, 2024
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हाई कोर्ट में छोटी की चड्डी, वकील से बने मंत्री: केरल जैसी कहानी पर बनी हॉलीवुड की ‘Best’ मूवी

केरल के मंत्री एंटोनी राजू पर यह आरोप है कि अपराधी एंड्रयू ने जिस अंडरवियर में ड्रग्स छुपाया था, उन्होंने उस अंडरवियर को ही बदल दिया। गलत अंडरवियर को सबूत बना कर अपराधी को कोर्ट से छुड़ा लिया। मंत्री एंटोनी राजू पर अब...

1994 में एक फिल्म आई। बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप। फिल्म हॉलीवुड की थी। नाम था – The Shawshank Redemption.

The Shawshank Redemption में एक अपराधी होता है। वो एक महिला का मर्डर करता है। कोर्ट लेकिन सजा महिला के बेकसूर पति को दे देती है। हत्यारा चूँकि आदतन अपराधी था, वो एक और अपराध करता है। इस बार वो पकड़ा जाता है, जेल जाता है। जेल में शेखी बघारते हुए वो महिला को कैसे मारा था, अपने साथी कैदी को सुनाता है।

The Shawshank Redemption मूवी पोस्टर, फोटो साभार: warnerbros

बॉक्स ऑफिस पर तब जो फिल्म फ्लॉप हो गई थी, आज वो क्लासिक है। कोर्ट में न्याय की प्रक्रिया, वकील, सबूत, जेल, न्यायिक व्यवस्था आदि पर चोट करती यह फिल्म हॉलीवुड में अब तक की सबसे अच्छी बनी फिल्मों में से एक गिनी जाती है। IMDb पर इसकी रेटिंग सबसे ऊपर है।

1994 से अब 4 साल पहले चलते हैं। 1990 में। हॉलीवुड से बहुत दूर केरल में एक आदमी ड्रग्स के साथ पकड़ा जाता है। एंड्रयू सैल्वाटोर चेरवेली (Andrew Salvatore Cervelli) नाम का यह आदमी ऑस्ट्रेलिया का होता है। एंड्रयू ने ड्रग्स को अपने अंडरवियर में छुपा कर रखा था। हाई कोर्ट में इसी अंडरवियर का खेल खेला जाता है। वकील के ‘अंडरवियर तर्कों’ पर जो अपराधी था, उसे छोड़ दिया जाता है।

सवाल यह है कि आखिर जिसे भारत की माननीय हाई कोर्ट ने बाइज्जत बरी कर दिया, उसे अपराधी क्यों लिखा जा रहा है? क्योंकि इसके जवाब में The Shawshank Redemption की कहानी छुपी है।

एंड्रयू सैल्वाटोर चेरवेली (Andrew Salvatore Cervelli) नाम का अपराधी केरल हाई कोर्ट से बाइज्जत बरी होकर ऑस्ट्रेलिया पहुँचता है। वो चूँकि आदतन अपराधी था, हत्या के एक अपराध में वहाँ पकड़ा जाता है, जेल होती है। जेल में शेखी बघारते हुए वह साथी कैदियों को बताता है कि कैसे उसने केरल की पुलिस और कोर्ट को धोखा दिया था। साथी कैदी और भी शातिर! वो इस राज को जेल अधिकारियों को बता देता है। भला हो उस ऑस्ट्रेलियन एजेंसी का, जिसने इस बात को दबाने या नजरअंदाज करने के बजाय संबंधित भारतीय एजेंसी को इसकी सूचना दी। कोर्ट से बाइज्जत बरी कर दिया गया एंड्रयू अपराधी ही है, यह इसके बाद ही लिखा जा सका।

केरल के मंत्री का अंडरवियर कनेक्शन

एंटोनी राजू (Antony Raju) फिलहाल केरल के परिवहन मंत्री हैं। 1990-91 में यह उस केस के वकील थे, जिसमें एंड्रयू सैल्वाटोर चेरवेली को बाइज्जत बरी कर दिया गया था। समय-समय की बात है। वकील से मंत्री बने एंटोनी राजू अब चर्चा में हैं। चर्चा मंत्रालय के कामों को लेकर नहीं बल्कि एक अपराधी के नीले रंग के अंडरवियर को लेकर।

केरल के परिवहन मंत्री एंटोनी राजू (Antony Raju) पर यह आरोप है कि अपराधी एंड्रयू ने जिस अंडरवियर में ड्रग्स छुपाया था, उन्होंने उस अंडरवियर को ही बदल दिया। सिर्फ बदल ही नहीं दिया बल्कि उसे बदल कर इतना छोटा कर दिया कि वो एंड्रयू के साइज का नहीं है, इसे कोर्ट में साबित किया जा सके। हुआ भी यही। जो अंडरवियर अपराधी के साइज का नहीं है, उसमें वो ड्रग्स छुपा कैसे सकता है, यह तर्क कोर्ट में रख दिया गया। कोर्ट सबूतों के चलता है। गलत अंडरवियर को सबूत बना कर अपराधी को कोर्ट से छुड़ा लिया गया।

केरल की पुलिस के अनुसार वकील एंटोनी राजू ने अंडरवियर को बदलने के लिए कोर्ट के ही एक क्लर्क को घूस दिया था। यह सब कुछ अपराधी एंड्रयू सैल्वाटोर चेरवेली (Andrew Salvatore Cervelli) के परिवार ने भारत आकर करवाया था।

कानून के हाथ या ‘साल’ लंबे?

1990 में एंड्रयू सैल्वाटोर चेरवेली भारत में पकड़ा जाता है। ‘अंडरवियर सबूत’ के कारण छूट जाता है। 1996 में लेकिन ऑस्ट्रेलिया से उसके गुनाहों की लिस्ट भारत तक आ जाती है। साथ ही आती है उसके अपराध पर पर्दा डालने वालों के नाम भी। उसके बाद क्या हुआ? 2006 यानी ऑस्ट्रेलिया से सबूत मिलने के 10 साल बाद वकील एंटोनी राजू का नाम चार्जशीट में आता है।

2006 में वकील एंटोनी राजू (Antony Raju) राजनीति में उतर चुके थे। केरल में विधानसभा चुनाव होने वाले थे। एंटोनी खुद विधायक बनने के लिए कूद चुके थे। चुनावी सरगर्मी के कारण थोड़ा बहुत हल्ला-हंगामा हुआ और केस वापस भुला दिया गया। अब 2022 में… मतलब चार्जशीट में नाम आने के 16 साल बाद यह केस फिर से चर्चा में है। क्यों? क्योंकि कोर्ट ने केरल पुलिस को इस मामले से संबंधित सभी फाइल दिखाने का आदेश दिया है।

इस बीच क्या हुआ? आरोपित वकील राजनीति के रास्ते विधायक बने, केरल सरकार की मंत्री वाली कुर्सी भी मिल गई… अंडरवियर के कारण बस एक अपराधी छूट गया… विदेशी जाँच एजेंसी ने 1996 में जिन आरोपितों का नाम बताया, चार्जशीट में उनका नाम आने में 10 साल लग गए… 2006 में जब चार्जशीट में नाम आया, उसके 16 साल बाद तक केस से संबंधित सभी फाइल कोर्ट तक पहुँचाने के लिए पुलिस को आदेश दिया जा रहा है।

The Shawshank Redemption Vs Aanaval Mothiram

The Shawshank Redemption मतलब एक फिल्म से बात शुरू हुई थी, फिल्म पर ही खत्म करते हैं। आनवल मोथिराम (Aanaval Mothiram) – 1991 में मलयालम भाषा में एक मूवी आई थी। विदेशी अपराधी को ड्रग्स केस में बचाने के लिए कोर्ट में अंडरवियर का सीन इस मूवी में है।

आनवल मोथिराम (Aanaval Mothiram) का कोर्टरूम सीन (साभार: Vega Mysteries यूट्यूब चैनल)

The Shawshank Redemption किसी अंग्रेजी उपन्यास पर आधारित मूवी थी लेकिन उसकी कहानी से मिलती-जुलती सच्ची घटना तो केरल के कोर्ट में अंडरवियर मामला ही था। अब सवाल यह है कि क्या इस हॉलीवुड फिल्म के डायरेक्टर ने एंड्रयू सैल्वाटोर चेरवेली वाली घटना को अंग्रेजी दर्शकों के लायक बना कर परोसा या मलयालम फिल्म आनवल मोथिराम (Aanaval Mothiram) से प्रेरणा लेकर कहानी आगे बढ़ाई?

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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